शब्द कहे थे वे भी उस कानूनका अंग होते। उन्होंने स्पष्ट शब्दोंमें कहा था कि ब्रिटिश भारतीयोंको मताधिकारसे वंचित करने में विधानसभाके प्रत्येक सदस्यने अपने ऊपर एक गंभीर दायित्व लिया है और वह उनका न्यासी हो गया है। यदि उस विधानकी रचनामें, जो बादमें बना, हमारे विधायकोंकी ऐसी ही भावना रही होती तो शिकायतकी बात बहुत कम रह गई होती। सर जॉनके हृदयमें ब्रिटिश भारतीयोंके प्रति प्रेमका भाव था, यह इस तथ्यसे सिद्ध हो जाता है कि जब वे अपनी गम्भीर बीमारीसे अच्छी तरह उठे भी न थे तभी अपने स्वास्थ्यकी बड़ी कुर्बानी करके उन्होंने लेडीस्मिथकी मुक्तिका उत्सव मनानेके लिए कांग्रेस-भवनमें आयोजित सभाकी अध्यक्षता करनेका नेटाल भारतीय-कांग्रेसका निमन्त्रण स्वीकार कर लिया था[१]। जैसा अनुका सामान्य नियम था, उन्होंने कार्यक्रममें पूरे हृदयसे भाग लिया और नेटालके भारतीय आहतसहायक दलकी उदारतापूर्वक सराहना की।[२] उन्होंने उस अवसरपर जो सुन्दर भाषण दिया था उसको हम पूराका-पूरा दूसरे पृष्ठपर पुन: छापते हैं। हम लेडी रॉबिन्सन और उनके परिवारको उनके इस वियोगमें, जो समस्त उपनिवेशके लिए शोककी बात है, अपनी हार्दिक सहानुभूति प्रेषित करते हैं।
इंडियन ओपिनियन, १२-११-१९०३
३४. क्लार्क्सडॉर्पमें एशियाई "बाजार" के लिए प्रस्तावित जगह
हमें ज्ञात हुआ है कि ट्रान्सवालकी सरकारने अनेक शहरोंमें एशियाई बाजारोंके लिए जो जगहें पसन्द की हैं वे उपयुक्त हैं या नहीं, इसके बारेमें उन शहरोंके ब्रिटिश भारतीयोंने रिपोर्टें तैयार कराई हैं। क्लार्क्सडॉर्पके भारतीयोंने भी ऐसा ही किया है, और जिन डॉक्टर महानुभावने भारतीयोंकी ओरसे अपनी रिपोर्ट दी है, उन्होंने सफाईकी दृष्टिसे उन जगहोंको निन्दनीय ठहराया है। इस रिपोर्टका समर्थन भी बहुत विचित्र क्षेत्रोंसे हुआ है। क्लार्क्सडॉर्प माइनिंग रेकॉर्डके इसी ३ तारीखके अंकके अनुसार, स्थानीय जिला चिकित्सा अधिकारीने भी उस जगहके विरुद्ध राय दी है और स्वास्थ्य-निकायने मंजूर किया है कि चूंकि सरकारने उस जगहको पसन्द कर लिया है, इसलिए वह इस मामले में असमर्थ है। यह बात दुःखजनक है, अन्यथा इसपर सभीको हँसी आती। अगर सम्भव होता तो निकाय कह देता कि इस पसन्दगीमें उसका कोई हाथ नहीं है; परन्तु उसके दुर्भाग्यसे बाजार-विषयक सरकारी सूचनाके अनुसार सरकार प्रस्तुत जगहके बारेमें बगैर स्वास्थ्य-निकायसे सलाह लिये शायद निर्णय नहीं कर सकती थी। फिर राजधानी प्रिटोरियामें होनेके कारण सरकार एक बार बहाना भी कर सकती है कि आरोग्यकी दृष्टिसे वह जगह अनुपयुक्त है, इसका उसे ज्ञान नहीं था। परन्तु स्वास्थ्यनिकायके पास ऐसा कोई बहाना नहीं है, क्योंकि उसके सदस्य सब वहींके रहनेवाले हैं और उन्होंने आँखें खूब खोलकर ही इस जगहकी सिफारिश की होगी। क्लार्क्सडॉर्प माइनिंग रेकॉर्डमें यह प्रतिवेदन जिस तरह प्रकाशित हुआ है, उसे हम ज्योंका-त्यों यहाँ पेश कर देना ही सबसे अच्छा समझते है: