सामग्री पर जाएँ

पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 5.pdf/२१३

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
१८७. चीनकी जागृति

जान पड़ता है कि जापानकी जीतके कारण चीनमें जितना हम मानते हैं उससे ज्यादा कोलाहल हो रहा है। वहाँके लोगोंने अपनी सेनाको बहुत अच्छी स्थितिमें रखनेका इरादा किया है। इस समय शाही परिवारके सात विद्यार्थी तोप आदि बनानेके कारखानोंमें काम करनेके लिए लन्दन गये हुए हैं। वहाँ वे काम सीख रहे हैं। कुछ लोग क्रुपकी तोपें बनाना सीखनेके लिए जर्मनी गये हैं।

[गुजरातीसे]
इंडियन ओपिनियन, ३०-१२-१९०५

१८८. पत्र: उच्चायुक्तके सचिवको

जोहानिसबर्ग

जनवरी ३,१९०६

सेवामें
निजी सचिव
परमश्रेष्ठ उच्चायुक्त, दक्षिण आफ्रिका
जोहानिसबर्ग
महोदय,

मुझे आपके गत मासकी २० तारीखके उस पत्रकी प्राप्ति स्वीकार करनेका सम्मान प्राप्त है जो ऑरेंज रिवर कालोनीके 'गवर्नमेंट गज़ट' के अभी हालके अंकमें प्रकाशित कुछ प्रस्तावित अध्यादेशोंके सम्बन्धमें है।

मैं परमश्रेष्ठका ध्यान इस तथ्यकी ओर आकर्षित करता हूँ कि उक्त अध्यादेश ब्रिटिश भारतीयोंपर लागू नहीं होते, यह मेरे गत मासकी २२ तारीखके पत्रमें नहीं कहा गया है। मेरे संघका कहना यह है कि उक्त अध्यादेश ब्रिटिश भारतीयोंपर सिद्धान्ततः तो अवश्य लागू होते हैं, किन्तु व्यवहारतः नहीं। और इसी कारण पुराने कानूनमें से ली गई परिभाषाओंपर [ आपत्ति है और] मेरे संघका निवेदन है कि इन परिभाषाओंको कायम रखना भारतीय समाजका अनावश्यक अपमान करना है। 'रंगदार लोग' शब्दोंका जैसा अर्थ ऑरेंज रिवर कालोनी और दक्षिण आफ्रिकाके दूसरे हिस्सोंमें समझा जाता है, उस दृष्टिसे उसमें ब्रिटिश भारतीयोंके लगातार समावेशके फलस्वरूप उनके साथ बहुत गम्भीर अन्याय हो रहा है। इसलिए मेरे संघका यह विनम्र विचार है कि जो भी नये कानून बनाये जायें, कमसे-कम उनमें इस परिभाषामें सुधार कर दिया जाये ताकि उसमें भावनाओंको ठेस पहुँचानेवाली वह बात न रहे जिसको यह समाज, जिसका प्रतिनिधित्व मेरा संघ करता है, इतनी तीव्रतासे अनुभव करता है। इसके अलावा, मैं नम्रतापूर्वक परमश्रेष्ठका ध्यान इस तथ्यकी ओर भी आकर्षित