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प्रार्थनापत्र: लॉर्ड एलगिनको

व्यवसाय करने के अधिकारी हो जायेंगे; किन्तु जहाँतक ट्रान्सवालका सम्बन्ध है, हमारे प्रमाणपत्रों या हमारी उपाधियोंका कोई मूल्य नहीं होगा। इसके अतिरिक्त एक ओर हम, ट्रान्सवालकी सीमाके बाहर रहते हुए, प्रार्थनापत्र देनेपर न्यायालय या चिकित्सक-संघसे अपना व्यवसाय करनेकी सनद पा सकेंगे, किन्तु ट्रान्सवालमें प्रवेशका अनुमतिपत्र न होने के कारण हम उसका उपयोग करनेसे वंचित कर दिये जायेंगे।

हममें से अधिकतरको और दूसरे कितने ही लोगोंको, जो दक्षिण आफ्रिकामें या अन्यत्र पैदा हुए हैं, और उतने ही सुशिक्षित हैं, पंजीयन कराना पड़ेगा और पुलिसका जो भी सिपाही हमारा अनुमतिपत्र देखना चाहे, उसके सम्मुख उसे पेश करना होगा। फिर यह प्रमा- णित करनेके लिए, कि हम इन पासोंके वैध स्वामी हैं, हमें अपनी शिनाख्तका सबूत देना होगा और इसके लिए हमें थाने या अपराध-जाँच कार्यालय जानेपर बाध्य किया जायेगा। हमें भय है कि उक्त पासोंको लेते समय हमें शिनाख्तका सबूत देनेको कहा जायेगा तथा दसों अँगुलियोंकी छाप लगाने और लेफ्टिनेंट गवर्नर द्वारा बनाये जानेवाले विनियमोंके अन्तर्गत अन्य अपेक्षित विवरण देने पड़ेंगे।

इंग्लैंडमें रहकर यहाँकी स्वतन्त्र हवामें जीने और इस देशमें अंग्रेजोंसे हर तरहका लिहाज पानेके बाद हमें उक्त अध्यादेशकी सम्भावनासे जो चिन्ता हो रही है उसे लॉर्ड महोदय आसानीसे समझ सकते हैं। हम यहाँ बेन्थम, ऑस्टिन और उन अन्य अंग्रेज लेखकोंके सिद्धान्तोंकी शिक्षासे पोषित हो रहे हैं जिनके नाम स्वतन्त्रता और स्वाधीनताके बोधक हैं। और हमें विश्वास नहीं होता कि हमने ऊपर जिस बातका उल्लेख किया है वैसी कोई बात हमारे ऊपर लागू की जा सकती है।

अगर इस मामलेका प्रभाव सिर्फ हम ही तक सीमित रहता तो हम यह प्रार्थनापत्र पेश करके लॉर्ड महोदयको कष्ट न देते। किन्तु हम जानते हैं कि भारतीयोंमें अपने बच्चोंको अच्छी शिक्षा देनेकी इच्छा प्रतिदिन बलवती होती जा रही है। दक्षिण आफ्रिकामें आज भी ऐसे भारतीय हैं जिनका हमारे जैसा ही दर्जा है। इसलिए हमें यह उचित ही लगता है कि हम इस विनीत प्रार्थनापत्रके द्वारा ट्रान्सवालके ब्रिटिश भारतीयोंकी वर्तमान स्थितिसे उत्पन्न तीव्र भावनाकी ओर श्रीमान तथा साम्राज्यके प्रत्येक लोकसेवी व्यक्तिका ध्यान आकर्षित करें। इसलिए हम नम्रतापूर्वक प्रार्थना करते हैं और हमें आशा है कि श्रीमान हमको तथा हम जैसे अन्य लोगोंको वैसा संरक्षण देंगे जिसका हम अपने आपको अधिकारी माननेकी धृष्टता करते हैं।

हम हैं,
श्रीमानके विनीत और आज्ञाकारी सेवक
जॉर्ज वी० गॉडफ्रे
जोज़ेफ़ रायप्पन
जैस० डब्ल्यू० गॉडफ्रे
ए० एच० गुल
एस० रत्नम् पत्तर

अंग्रेजी प्रतिकी फोटो-नकल (जी० एन० २३०७) से।