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१८० पत्र: सर रिचर्ड सॉलोमनको

[होटल सेसिल
लन्दन]
नवम्बर १५, १९०६

महोदय,

आपने जहाजपर उदारतापूर्वक मुझसे कहा था कि आप, यदि समय रहा तो, अपने लन्दनके मुकामकी अवधि में कुछ क्षण मुझे देंगे। क्या आप भेंटके लिए कोई समय सूचित करनेकी कृपा करेंगे?

आपका विश्वस्त,

सर रिचर्ड सॉलोमन
रिफॉर्म क्लब
पाल माल

टाइप की हुई दफ्तरी अंग्रेजी प्रति (एस० एन० ४५७१) से।

१८१. पत्र: विन्स्टन चचिलको[१]

[होटल सेसिल
लन्दन]
नवम्बर १५, १९०६

श्री विन्स्टन चर्चिल
महामहिमके उपनिवेश-उपमन्त्री
ह्वाइटहाॅल
महोदय,

ब्रिटिश भारतीयोंकी ओरसे श्री अली और मैं यहाँ एक शिष्टमण्डल के रूपमें ट्रान्सवालसे आये हुए हैं और आपसे भेंटका[२] समय माँगनेकी धृष्टता कर रहे हैं जिससे कि हम आपके सामने ट्रान्सवालके ब्रिटिश भारतीयोंकी स्थिति रख सकें। यदि आप हमें मिलनेके लिए थोड़ा समय दे सकें तो हम अत्यन्त आभारी होंगे।

आपका आज्ञाकारी,

टाइप की हुई दफ्तरी अंग्रेजी प्रतिकी फोटो नकल (एस० एन० ४५७२) से।

  1. इसी प्रकारके पत्र लॉर्ड मिलनर, ए० जे० बालफ़र और अल्फ्रेड लिटिलटनको भी भेजे गये थे।
  2. गांधीजी विन्स्टन चर्चिलसे २७ नवम्बर १९०६ को मिले।