पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 6.pdf/७१

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।

३९. पत्र: जोजेफ़ रायप्पनको

होटल सेसिल,
[लन्दन]
अक्तूबर ३०, १९०६

प्रिय जोजेफ़,

मैंने तुम्हें शामका जो समय दिया था, उसे रद कर रहा हूँ; क्योंकि अब मैं बहुत ही व्यस्त रहूँगा। बोलकर लेख आदि लिखानेके लिए मुझे केवल शामको ही समय मिल सकता है। इसलिए यदि कोई शाम खाली हुई, तो मैं तुम्हें लिखूँगा।

तुम्हारा शुभचिन्तक,

श्री जोजेफ़ रायप्पन
३६, स्टेप्लटन हॉल रोड,
स्ट्राउड ग्रीन, एन०

टाइप की हुई दफ्तरी अंग्रेजी प्रति (एस० एन० ४४१९) से।

४०. पत्र: एम० एन० डॉक्टरको

[होटल सेसिल,
लन्दन]
अक्तूबर ३०, १९०६

प्रिय श्री डॉक्टर,

मैं इतना अधिक व्यस्त हो गया हूँ कि लगता है, आपसे निश्चित की गई भेंटको रद करना पड़ेगा। किन्तु यदि आप इतवारको १२ बजे आ सकें तो पोलकके घर जाते-जाते रास्ते में हमारी बातचीत हो सकेगी। मुझे पोलकसे मिलने जाना है। अगर आप लन्दनको ठीकसे जानते हों तो हम हाइबरीके पास कहीं साथ छोड़ देंगे।

आपका शुभचिन्तक,

श्री एम० एन० डॉक्टर
१०२, ह्वार्टन रोड, डब्ल्यू०

टाइप की हुई दफ्तरी अंग्रेजी प्रति (एस० एन० ४४२०) से।