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१२२. तार: पीटर्सबर्गके भारतीयोंको
[जोहानिसबर्ग
अगस्त ११, १९०७]
अंजुमन पीटर्सबर्गके भारतीयोंको उनके शानदार बेदाग कामों और वीरताके साथ डटे रहनेपर बधाई देती है। यदि हम अन्त तक दृढ़ रहेंगे तो परमात्मा हमें सफलता प्रदान करेगा।
[हमीदिया इस्लामिया अंजुमन]
[अंग्रेजीसे]
इंडियन ओपिनियन, १७-८-१९०७
इंडियन ओपिनियन, १७-८-१९०७
१२३. तार: पाँचेफ्स्ट्रमके भारतीयोंको
[जोहानिसबर्ग
अगस्त ११, १९०७]
आशा है वहाँके भारतीय अनुमतिपत्र कार्यालय रूपी महामारीसे बचेंगे। उसका स्पर्श हमारी राष्ट्रीयताको भ्रष्ट और हमारे धर्मपर आघात करता है।
[हमीदिया इस्लामिया अंजुमन]
[अंग्रेजीसे]
इंडियन ओपिनियन, १७-८-१९०७
इंडियन ओपिनियन, १७-८-१९०७
[१] गांधीजी हमीदिया इस्लामिया अंजुमनकी सभामें, जो ११ अगस्तको हुई थी, शामिल हुए थे और बोले थे। इस सभामें तय हुआ था कि पीटर्सबर्ग और पोचेपस्ट्रमके भारतीयोंको तार भेजे जायें (देखिए अगला शीर्षक)। अनुमानतः इन तारोंकी जिम्मेदारी गांधीजीपर थी।
- ↑ १.