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१६४. पत्र: जोहानिसबर्ग नगरपालिकाको

[जोहानिसबर्ग
सितम्बर १, १९०७ के पूर्व][१]

[टाउन क्लार्क

जोहानिसबर्ग

महोदय,]

पहले दर्जेकी किरायेकी घोड़ा-गाड़ियों से सम्बन्धित यातायात उपनियमोंमें प्रस्तावित संशोधनके बारेमें अपने इसी मासकी २८ तारीखके पत्रके[२] सिलसिलेमें मुझे मालूम हुआ है कि परिषद विशिष्ट व्यवसायोंके लोगोंको, भले ही वे रंगदार व्यक्ति हों, पहले दर्जेकी घोड़ा-गाड़ियोंके उपयोग सम्बन्धी अयोग्यतासे मुक्त रखना चाहती है।

मेरा संघ सम्मानपूर्वक निवेदन करता कि इस प्रकारकी छूट सराही जानेके बजाय जलेपर नमक ही छिड़केगी, क्योंकि यदि किसी व्यक्तिके वस्त्रों और सामान्य व्यवहारको छोड़ दें तो यह समझना कठिन है कि गाड़ीवान विशिष्ट व्यवसायों और दूसरे लोगोंमें कैसे अन्तर करेगा; और मेरे संघको यह निश्चित प्रतीत होता है कि कोई आत्मसम्मानी व्यक्ति ऐसे अधिकारका लाभ न उठायेगा जिसका उपयोग उसके उतने ही सम्मानित देशवासी नहीं कर सकते। इसलिए मेरा संघ यह आशा करता है कि नगर-परिषद कृपाकरके मेरे पत्रोंमें उल्लिखित संशोधनके सम्बन्ध में आगे कार्रवाई न करेगी।

आपका, आदि,
ईसप इस्माइल मियाँ
अध्यक्ष
ब्रिटिश भारतीय संघ

[अंग्रेजीसे]
इंडियन ओपिनियन, ७-९-१९०७
७–१४
  1. 'इसी मासकी २८ तारीखके' हवालेसे प्रकट होता है कि यह पत्र अगस्त में लिखा गया था।
  2. देखिए "पत्र: जोहानिसबर्ग नगरपालिकाको", पृष्ठ १९९।