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पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 7.pdf/५५६

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सम्पूर्ण गांधी वाङ्‍मय
जुलाई २०: डर्बनमें नेटाल भारतीय कांग्रेसकी सभाएँ ट्रान्सवालके संघर्षके लिए धन देनेकी अपील की।
जुलाई २२: ब्रिटिश भारतीय संघने प्रवासी प्रतिबन्धक विधेयकके सम्बन्धमें ट्रान्सवाल विधानसभाको प्रार्थनापत्र दिया।
जुलाई २४: गांधीजी प्रिटोरिया पहुँचे, और खमीसाकी दूकानपर गये जहाँ रातको गुप्त रूपसे पंजीयन के लिए प्रार्थनापत्र लिए जाते थे।
जुलाई २५: जनरल बोथा द्वारा एशियाई अधिनियमको लागू करनेके सम्बन्धमें उपनिवेश मंत्रीको दिये गये आश्वासनके बारेमें प्रश्न किया जानेपर ब्रिटिश लोकसभा में कहा गया कि अधिनियमको लागू करने और अमल में लाने की कार्रवाई यथासम्भव कम कष्टप्रद बनाने का पूरा प्रयत्न किया जायेगा और अँगुलियोंकी छाप लेनेकी प्रथा कायम रखी जायेगी।
जुलाई २७ : ब्रिटिश भारतीय संघने उपनिवेश सचिवको पत्र लिखकर भारतीयोंपर लगाये गये डराने-धमकानेके आरोपका खण्डन किया।
जुलाई २८: जोहानिसबर्ग में हमीदिया इस्लामिया अंजुमनके भवनमें भारतीयोंकी सभा हुई। ट्रान्सवालमें हड़ताल की गई।
जुलाई ३०: 'इंडिया' और 'हिन्दुस्तान' समाचारपत्रोंके सम्पादकोंको पाँच-पाँच वर्षकी कड़ी कैदकी सजाएँ दी गई।
जुलाई ३१: गांधीजी सुबह विलियम हॉस्केनसे मिले; प्रिटोरियाकी सार्वजनिक सभामें भाषण दिया; भारतीयोंको कानूनका विरोध करनेकी सलाह देनेकी पूरी जिम्मेदारी अपने ऊपर ली और अनाक्रामक प्रतिरोधका महत्त्व बताया। लोगोंको अधिनियमके सामने सिर झुकाने के खतरोंके विरुद्ध चेतावनी दी।
'रैंड डेली मेल' के संवाददाताको मुलाकात दी।
अगस्त ५ से पूर्व: परवाना दफ्तर पीटर्सबर्ग गया;
अगस्त ७: भारतमें स्वदेशी आन्दोलनका वार्षिक दिवस मनाया गया; २०,००० भारतीयोंने एक सभामें निश्चय किया कि बंग-भंगके विरुद्ध बहिष्कार तबतक जारी रखा जाये जबतक वह वापस न लिया जाये या बदला न जाये।
अगस्त ८: गांधीजीने जनरल स्मट्सको पत्र द्वारा एशियाई अधिनियम में संशोधन सुझाये।
अगस्त ११: हमीदिया इस्लामिया अंजुमनकी सभा में भाषण दिया।
अगस्त १४: सुलेमान बाडीकी ओरसे, जिनपर वतनियोंको शराब बेचनेका आरोप था, पैरवी की।
अगस्त १५: जनरल स्मट्सको लिखा कि भारतीयोंके लिए अधिनियमका पालन न करनेका परिणाम उतना बुरा नहीं होगा जितना बुरा उसे पालन करनेका परिणाम होगा।
अगस्त १७: जनरल स्मट्सके साथ किया गया पत्र-व्यवहार प्रकाशित किया।
अगस्त १९: जनरल स्मट्सके सम्मुख रखे गये प्रस्तावके सम्बन्धमें 'स्टार' को पत्र लिखा।
अगस्त २१: हमीदिया इस्लामिया अंजुमनकी सभामें भाषण दिया।
अगस्त २३: ब्रिटिश भारतीय संघने उपनिवेश मंत्रीको प्रार्थनापत्र भेजा।
अगस्त २४ से पूर्व: परवाना दफ्तर पाँचेपस्ट्रम और क्लार्क्सडॉप में कार्यरत।
अगस्त ३१ से पूर्व: परवाना दफ्तर नाईल्स्ट्रूम और रस्टेनबर्ग गया।