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डाह्या लालाका मुकदमा

भीतर पाया। मैंने प्रमाणपत्र अभियुक्तको दे दिया और मेरा विश्वास है कि उसने वह सुपरिटेंडेंट वरनॉनके सुपुर्द कर दिया।

जिरह करनेपर [ उन्होंने कहा कि ] तिजोरी मेरी देखरेखमें है। एक चाभी मेरे पास है और एक श्री पोलकके पास। श्री पोलक एक अटर्नी हैं और श्री गांधीके यहाँ बहैसियत क्लार्कका काम करते हैं।

इसके बाद श्री गांधीको सरकारी वकीलने गवाही देनेके लिए बुलाया। उन्होंने बताया कि गिरफ्तारीसे एक दिन पहले, तीसरे पहर करीब ५ बजे अभियुक्त मेरे कार्यालयमें आया और बोला कि मेरे अनुमतिपत्रके कारण कुछ लोग मेरे पीछे पड़े हुए हैं। मैंने उससे अनुमतिपत्र लाने को कहा और उसे जाँचनेके बाद फौरन ही कहा, यह तो जाली है। मैंने अभियुक्तको भी यह बताया और वह आश्चर्य-चकित प्रतीत हुआ। मैंने प्रमाणपत्र तिजोरीमें रखनेके लिए श्री पोलकको दे दिया और अभियुक्तसे कहा कि उसे उपनिवेश छोड़नेकी जरूरत नहीं है। उस समय देर हो गई थी और मैं कार्यालय छोड़नेवाला था और अगली सुबह प्रिटोरिया जा रहा था। [ मैंने कहा कि ] लौटनेपर मैं पुलिस अधिकारियोंसे बातचीत करूँगा।

डब्ल्यू० एफ० पासमैनने[१] बताया कि मैं खुफिया विभागमें रेकर्ड क्लार्क हूँ और मैंने सुपरिंटेंडेंट वरनॉन द्वारा दिये गये अँगुलियोंके इन निशानोंकी परीक्षा की है, जो अभियुक्तके बताये गये हैं।

मैंने इनमें अंकित दाहिने अँगूठेके निशानको नेटाल अधिवासी प्रमाणपत्र और तथाकथित जाली प्रमाणपत्रपर अंकित अँगूठा-निशानोंसे मिलाया है और उन्हें एक जैसा पाया है।

एल० एच० ब्रेडफोर्डने बताया कि मैं एक परीक्षाधीन नौसिखिया जासूस हूँ। मैंने कल सुबह अभियुक्तकी अँगुलियोंके निशान लिये थे। ये वही हैं जिन्हें पेश किया गया है। इसके साथ सरकारी पक्षकी बहस समाप्त हो गई।

श्री गांधीने [अदालतको] सूचित किया कि सफाई बादमें दी जायेगी। इसपर मुकदमेको अगले दिन सुबह तकके लिए स्थगित कर दिया गया, ताकि अभियुक्तको औपचारिक रूपसे गवाहियाँ पढ़कर सुनाई जायें।

[बुधवार, जुलाई २९, १९०८]

बुधवारको श्री जॉर्डनने फैसला दिया कि डाह्या लालाके मुकदमेकी तफसीलवार सुनवाई की जाये। जमानतकी रकम ९०० पौंड ही रहने दी गई।[२]

[अंग्रेजीसे]
ट्रान्सवाल लीडर२८-७-१९०
इंडियन ओपिनियन, ८-८-१९०८
 
  1. ट्रान्सवाल लीडरमें यह नाम "पासमोर" लिखा गया है।
  2. श्री जॉर्डनकी 'बी' अदालतमें होनेवाली मुकदमेकी कार्यवाही उपलब्ध नहीं है।