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जोहानिसबर्गकी चिठ्ठी

[ परवाने बिना ][१] फेरी करनेके अपराधमें चार दिनकी सजा भोगकर आये हैं और अब फिरसे जेल जानेका अवसर उपस्थित है। श्री पटेलने जमानत देनेसे इनकार कर दिया, इसलिए उन्हें आज एक रात हवालातमें ही रहना पड़ा। श्री पटेलका मुकदमा पेश होनेपर उन्हें सात दिनके भीतर उपनिवेश छोड़ने की हिदायत मिली है।[२]

पोलक फोक्सरस्टमें

फोक्सरस्टमें जो भारतीय आते हैं, उनकी मदद करनेके लिए तथा जिनपर अँगूठोंकी छाप न देनेके कारण मुकदमा चल रहा है, उनकी तरफसे पैरवीके लिए श्री पोलक फोक्सरस्ट गये हैं और वहीं रहेंगे। मैं आशा करता हूँ कि अनुमतिपत्रवाले बहुत-से भारतीय फोक्सरस्ट जायेंगे और वहाँ अँगूठेकी छाप देनेसे इनकार करके जेल जायेंगे। फोक्सरस्टमें श्री पोलकका पता होगा---द्वारा श्री ईसप सुलेमान, बॉक्स ४५। जिन्हें कुछ पूछना हो, वे उन्हें अंग्रेजीमें पत्र लिखें। श्री पोलकके वहाँ दो हफ्तेसे अधिक रहनेकी सम्भावना नहीं है।

पार्लकी[३] भारतीय समितिकी ओरसे

बुधवार [ अगस्त ५, १९०८ ]

श्री एस० उस्मान और अन्य भारतीय सूचित करते हैं:

जिस तरह आप सब महाशयोंने पहले हाथमें लिये हुए कामको एकतासे सम्पन्न किया उसी तरह इस समय भी एकताकी बड़ी जरूरत है। सत्याग्रहके संघर्षमें सत्यकी ही विजय होती है। यदि पहलेके उदाहरणोंसे देखा जाये, तो आजतक सदा सत्य ही विजयी होता आया है। मसलन हरिश्चन्द्र और हमान सरीखे सत्यवादियोंके नामको हम आज भी अमर मानते हैं। इसलिए यह समझकर कि दक्षिण आफ्रिकाकी सरकारने हमें भी कीर्ति अर्जित करनेका यह अवसर दिया है, अपने देशभाइयोंके लिए किसी प्रामाणिक संघर्षमें भाग लेते हुए किसे दुःख होगा। इसलिए मुख्य आवश्यकता संगठित होनेकी है। जब हम एक हो जायेंगे, सरकार हमारे लक्ष्यको पूरा होने देगी और स्वयं ही दरवाजा खोल देगी। इसलिए हमारी समिति सिफारिश करती है कि धीरजके साथ कष्ट सहन करते हुए सत्यकी खातिर दृढ़ रहें।

श्री उस्मान आदिने जो निष्ठा व्यक्त की है वह सराहनीय है। वे हिम्मत बँधाते हैं, यह ठीक है। मेरा उनसे यह कहना है कि उनके लिए सच्ची श्रद्धा प्रकट करनेका यह मार्ग है कि वे संघकी पैसेसे मदद करें। संघर्षमें उसकी आवश्यकता है और बाहरके लोग कमसे-कम इतना तो कर ही सकते हैं।

'कुली' शब्दका उपयोग

यहाँकी संसदके सदस्य श्री नेसरने भाषण करते हुए भारतीयोंके लिए "कुली" शब्दका उपयोग किया; इसपर श्री पोलकने उनके नाम अप्रसन्नता प्रकट करते हुए पत्र लिखा।

 
  1. देखिए "बावजीर, नायडू तथा अन्य लोगोंका मुकदमा", पृष्ठ ३८०-८२।
  2. देखिए "मूलजीभाई जी० पटेलका मुकदमा---१", पृष्ठ ४१५-१६।
  3. केप टाउनके निकट एक स्थान।