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तारीखवार जीवन-वृत्तान्त

मार्च ३०: असाधारण सरकारी 'गजट' में ट्रान्सवाल स्वर्ण-कानून[१] प्रकाशित हुआ।

अप्रैल ६: एच० एस० एल० पोलकने ट्रान्सवाल सर्वोच्च न्यायालयमें वकालतकी सनद ली।

अप्रैल १०: ट्रान्सवाल नगरपालिका संघने इस आशयका प्रस्ताव पास किया कि वतनी और रंगदार व्यक्तियोंको नगरपालिकाके चुनावमें मताधिकार नहीं दिया जाना चाहिए।

उन्हें जमीन रखनेका अधिकार भी नहीं होना चाहिए और पृथक् बस्तियोंमें रहने और 'बाजारों' में व्यापार करनेपर बाध्य किया जाना चाहिए।

अप्रैल १२ के पहले: हैटफोक कांग्रेसकी बैठक हुई। उसमें कहा गया कि सभी एशियाइयोंको 'बाजारों' में भेज दिया जाना चाहिए। जनरल स्मट्सने आशा प्रकट की कि नगरपालिका (एकीकरण) विधेयक[२] 'गोरोंके बीच रंगदार लोगोंके रहनेसे' उत्पन्न समस्या हल कर सकेगा।

अप्रैल १९: नेटाल कृषि संघ (नेटाल एग्रिकल्चरल यूनियन) ने भारतीयोंका आगमन रोक देनेके प्रस्तावका विरोध किया। घोषित किया कि नेटालके उद्योगोंके लिए भारतीय मजदूर अनिवार्य हैं।

अप्रैल २१: भारतीय तार-सेवामें हड़ताल।

अप्रैल २२: सर हेनरी कैम्पबेल बैनरमैनकी मृत्यु।

अप्रैल २४ के पहले: लॉर्ड ऐम्टहिलने कहा कि उपनिवेशोंमें पूर्वी देशोंके लोगोंके प्रवास सम्बन्धी प्रश्नपर एक अखिल साम्राज्यीय सम्मेलनमें विचार-विमर्श होना चाहिए।

अप्रैल २५ के पहले: ब्रिटिश भारतीय संघने स्मट्सको पत्र लिखकर ट्रान्सवाल स्वर्ण-कानूनमें संशोधनके मसविदेके प्रति विरोध प्रकट किया।

अप्रैल २६ के पहले: प्रगतिवादी दलके सम्मेलनमें सर पर्सी फिट्ज़पैट्रिकने कहा कि उनका विश्वास "दमनशील कानून" और "रंगभेदकी नीति" में नहीं है। उन्होंने गोरोंसे कहा कि वे वतनियोंसे ज्यादा काम करके अपनी योग्यता सिद्ध करें।

अप्रैल २७ के पहले: गांधीजी फोनिक्स (?) से जोहानिसबर्ग लौटे।

अप्रैल ३०: भारतके मुजफ्फरपुर नगरमें बम फेंकने की घटना हुई।

बिना परवाना व्यापार करने वाले सत्याग्रहियोंके लिए परवाना लेने की अन्तिम तिथि। ये परवाने स्वेच्छया पंजीयन करानेवालोंको दिसम्बर ३१ तक, और जिन लोगोंने स्वेच्छया पंजीयन नहीं कराया उन्हें जून ३० तक जारी किये गये।

मई २ तारसे प्राप्त सूचनाके अनुसार २० हजार अफगानोंकी एक फौज भारतीय सीमा में प्रविष्ट हुई। "गैर-सरकारी" स्तरपर युद्ध आरम्भ।

मई ३: 'नवशक्ति' के कार्यालयमें "बमका कारखाना" मिला। अरविंद घोष, जो पहले 'युगान्तर' में काम करते थे, अन्य ५० व्यक्तियोंके साथ गिरफ्तार किये गये।

मई ८ के पहले: नेटाल-विधेयक सरकारी 'गज़ट' में प्रकाशित हुआ।

 
  1. गोल्ड लाँ।
  2. ट्रान्सवाल म्यूनिसिपल (कन्सॉलिडेशन) बिल।