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तारीखवार जीवन-वृत्तान्त

उन्होंने भारतीय व्यापारियोंसे यह भी कहा कि ट्रान्सवाल एशियाई पंजीयन अधिनियम के अन्तर्गत परवानोंके लिए दिये जानेवाले अपने प्रार्थनापत्रोंपर वे अँगूठोंकी छाप न दें।

पोलक और अन्य सज्जनोंने पुलिसकी ज्यादतीके बारेमें शिकायत की और हलफिया बयान दिये।

गांधीजीने 'इंडियन ओपिनियन' में लिखा कि फिलहाल पंजीयन प्रमाणपत्रोंकी होली मुल्तवी रखी जाये। किन्तु उन्हें इकट्ठा करना जारी रखा जा सकता है।

जुलाई २१: बिना परवाना फेरी लगानेके अपराधमें हमीदिया इस्लामिया अंजुमनके अध्यक्ष श्री बावजीरकी गिरफ्तारी।

जुलाई २२: गांधीजीने अदालतमें बावजीर और अन्य व्यक्तियोंकी पैरवी की।

सर्वोच्च न्यायालयमें रतनजी लल्लूकी अपील खारिज। फैसलेमें न्यायाधीश सॉलोमनने स्पष्ट किया कि ट्रान्सवाल प्रवासी प्रतिबन्धक अधिनियमके अन्तर्गत एशियाइयोंको शैक्षणिक कसौटीके बाद ट्रान्सवालमें आने दिया जा सकता है।

एक रिपोर्टके अनुसार ८०० में से ४०० फेरीवालोंने ट्रान्सवाल एशियाई पंजीयन अधिनियमके अन्तर्गत परवाने ले लिये।

साम्राज्यीय सरकारने घोषणा की कि लॉर्ड सेल्बोर्नको आदेश दे दिया गया है कि रोडेशियन एशियाई कानून जबतक उपनिवेश-मन्त्रीके विचाराधीन है तबतक उसे स्वीकृति न दी जाये।

भारतमें लोकमान्य तिलकको ६ वर्षके कठोर कारावास और १,००० रु० जुर्मानेकी सजा दी गई।

जुलाई २३: बावजीरके प्रति आदर प्रकट करनेके लिए सारे दक्षिण आफ्रिकामें भारतीय व्यापारियोंने एक दिन हड़ताल रखी।

ट्रान्सवालके सत्याग्रहियोंको दी गई सजाके विरोधमें केप टाउन और डर्बनमें सभाएँ और प्रस्ताव। तुर्कीमें सुलतान अब्दुल्ला हमीदने फिर संसदीय शासन पद्धतिकी पुनर्स्थापना करना स्वीकार किया।

जुलाई २६: गांधीजीने बावजीर और अन्य सत्याग्रहियोंके जेलसे छूटनेपर उनके स्वागतार्थ जोहानिसबर्गकी हमीदिया मस्जिदमें आयोजित एक सार्वजनिक सभामें भाषण दिया। ब्रिटिश भारतीय संघको और भी लोगोंने स्वेच्छया पंजीयन प्रमाणपत्र तथा फेरी-परवाने जला देनेके लिए सौंपे।

जुलाई २७: बिना परवाना फेरी लगानेके अपराधमें हरिलाल गांधीकी गिरफ्तारी। हॉस्केन गांधीजीको एशियाई स्वेच्छया पंजीयन विधेयक[१]---'प्रवंचक-विधेयक'--- दिखाया। इसमें स्वेच्छया पंजीयन करानेवालोंको ट्रान्सवाल एशियाई पंजीयन अधिनियम स्वीकार कर लेनेवालोंके समकक्ष रखा गया था, किन्तु प्रवासियोंके "तीन वर्गों" के लिए उसमें व्यवस्था नहीं की गई थी।

 
  1. एशियाटिक वालंटरी रजिस्ट्रेशन बिल।