पृष्ठ:सरस्वती १६.djvu/२३६

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

भाग BB इंडियन प्रेस, प्रयाग की सर्वोत्तम पुस्तकें 23 हिन्दी-शेक्सपियर घाला-पत्र-कौमुदी मुल्य -) दो भाने यह वो प्रानन्द की बात है कि भारत-पप के सोपसपियर एक ऐसा प्रतिभाशाली कवि मा सभी प्रान्ती में कन्यापाठशालायें प्लुस गई है और है जिस पर योरप देश के रहने वाली गाराम जाति एनमें हजारों कन्यायें शिक्षा पा रही है। प्री-शिक्षा कोहीमही किन्त संसारभरके मनुष्य मात्रकोप्रमि- से भारत का सामाग्य समझमा चाहिए । इस छठी मान करना चाहिए। प्रसळ में आज तक जो कीर्ति सी पुस्तक में छड़कियों के पाम्प अनेक छोटे छोटे शेम्सपियर को प्राप्त है और जितमा प्रचार पत्र लिखने के नियम पार पत्रों के नमूने दिये गये शेक्सपियर.की किसाय का संसार में मार है। कायापाठशालापों में पढ़ने वाली कन्या एतमे यश का प्राप्त करनेवाला कोई महाँ एमा, लिए पुस्तक पई काम की है। प्रवक्ष्य मैगाइए। और न पैसा किसी की किताप का ही प्रधार एमा। सूचना एसी जगत्प्रतिष्ठित कपि के शेक्सपियर का हिन्दी में मनुपाद किया गया है। हिन्दी सरल पर सरस नीचे लिखी पुस्तके छपकर बिकने के लिए है तथा सब के समझमे योग्य है । यह पुस्तक तैयार हो गई। भागों में विभाजित है। प्रस्पेक भाग का मूल्यमाने हे पार पहा भाग एक साथ रेने पर ३सीम कविता-कलाप रुपया है । सवी मैगाइए। हिन्दी-कोविदरतमाला, पहला माग १॥ सीताचरित प्रकृति । फर्तम्य-शिक्षा प्रति कविता-कुसुममाळा - रामर्पि मुल्य =) दो माने बापामदर्पण पार्यती पर यशोदा पैतम्य महाप्रभु का बन्म साल में एमा। उनका मामाही में नहीं किन्तु मारल के कोने ईसाफ़संग्रह, पहला माग कोने में फैला दुपा है। ये पैष्णव धर्म के प्रवर्तक मिलने का पता-मैनेसर, इस्पिन प्रेस, प्रयाग। पौर श्रीकम्य के अनम्य मक पे। एनके जीवन- चरित्र अनेक मापापी में छपे गुप। हिन्दी-भाषा मैं उनके नीवम-चरित की बड़ी जररत थी। इस है सचित्र गटी सी पुस्तक में शहीं गौरा महाशय की १ पासबमापभिस्या' एक मेलेपपोगी मीवम-पटनाग्रो का संक्षिप्त पर्यन । पुस्तक अपूर्व पुरक विमा मूल्य वितस्य । गीता साधारणतया मनुप्य माप के काम की है, किन्तु करो, और गाने पर परवाना पड़ेगा। वैष्णव धर्मावलम्पियों को सारसे अवश्य एक पार १ अध्यक्ष कैलासकीर्ति प्राभम, पहना चाहिए। बद्रिकाश्रम, गढ़पाठ ।। श्रीगौरांगजीवनी मिलने का पता मैनेजर, इंडियन प्रेस, प्रयाग।