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दौलत की नसें

भी लिखवा सकता है। यह कोई नहीं कह सकेगा कि इसमें कोई बेक़ायदा बात हुई। अब यदि कोई परदेसी वहाँ आवे तो वह देखेगा की एक आदमी धनी हो गया है और दूसरा आदमी बीमार पड़ा है। एक ऐश-आराम करता है, आलस्य में दिन बीतता है, और दूसरा मजदूरी करता हुआ भी कष्ट से निर्वाह कर रहा है। इस उदाहरण से पाठक देख सकेंगे की दूसरे से काम लेने के वक्त का फल या होता है कि वास्तविक संपत्ति घट जाती है।

अब दूसरा उदाहरण लीजिए। तीन आदमियों ने मिलकर एक राज्य की स्थापना की और तीनों अलग-अलग रहने लगे। हर एक में अलग-अलग ऐसी फसल पैदा की जो सबके काम आ सके। मान लीजिए कि उसमें से एक आदमी सब का समय बचाने के लिए एक का माल दूसरे के पास पहुँचने का जिम्मा ले लेता है और इसके बदले में अन्य लेता है। अगर यह