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अदल इन्साफ़।

जाना है।

फिर सालोमन कहता है—"अमीर और गरीब दोनों समान हैं। खुदा उनको उत्पन्न करनेवाला है। खुदा उन्हें ज्ञान देता हूँ।" अमीर का गरीब के बिना और गरीब का अमीर के बिना काम नहीं चलता। एक को दूसरे का काम सदा ही पड़ता रहता है। इसलिए कोई किसी की ऊँचा या नीचा नहीं यह लाता। परन्तु जब ये दोनों अपनी समानता को भूल जाते है और जब उन्हें इस बात का होश नहीं रहना कि खुदा उन्हें ज्ञान देने वाला है, तब विपरीत परिणाम होता है।

धन नदी के समान है। नदी सदा समुद्र की और अर्थात् नीचे की ओर बहती है। इसी तरह धन को भी जहाँ आवश्यकता हो वहीं जाना चाहिए। परन्तु जैसे नदी की गति बदल सकती है वैसे धन की गति में भी परिवर्तन हो सकता हँ। कितनी ही नदियाँ इधर-उधर बहने लगती