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उपसंहार

के पाश्चात्य शिक्षा प्राप्त युवकों में जोश है यह तो ठीक है, पर जोश का अच्छा उपयोग होने से और बुरा होने पर बुरा परिणाम होता है। एक ओर से यह आवाज़ उठ रही है कि स्वराज्य प्राप्त करना चाहिए और दूसरी ओर से यह आवाज आ रही है कि विलायत जैसे कारखाने खोलकर तेजी के साथ धन बटोरना चाहिए।

स्वराज्य क्या है, इसे हम शायद ही समझने हो। नेटाल स्वराज्य में है, पर हम कहते हैं कि नेटाल में जो हो रहा है हम भी वहीं करना चाहते हो तो ऐसा स्वराज्य नरक राज्य है। नेटाल वाले काफिरों को कुचलते हैं भारतीयों के प्राण हरण करते है। स्वार्थ में अन्धे होकर स्वार्थ राज्य भोग रहे है। यदि काफिर और भारतीय नेटाल में चले जायें तो वे आपस में कट मरे।