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विलायत का "टाइम्स" नामक प्रसिद्ध समाचार-पत्र

में इँगलैंड में बहुत सी ऐसी रेलवे कम्पनियाँ खड़ी हुईं जो थोड़े ही दिन चल कर टूट गईं। इन कम्पनियों के नाम पर धूर्त लोग सर्वसाधारण को खूब ठगते थे। १८४५ ईसवी में टाइम्स ने इन धूर्तों के विरुद्ध घोर आन्दोलन किया। फल यह हुआ कि टाइम्स को उन विज्ञापनों के न मिलने से बड़ी आर्थिक हानि उठानी पड़ी जो उन कम्पनियों की ओर से उसमें छपते थे। परन्तु उसकी तो हानि हुई, जन-साधारण को बहुत लाभ पहुँचा। लोग ठगे जाने से बच गये।

यद्यपि विदेश में टाइम्स के स्वतन्त्र संवाददाताओं की कमी नहीं, तथापि रूटर की संवाददायिनी एजेन्टों से भी उसका गहरा सम्बन्ध है। इस एजेन्सी के जन्मदाता का नाम जूलियट रूटर था। १८४९ ई॰ में उसने इस एजेन्सी की स्थापना पेरिस में की थी। पेरिस और बर्लिन के बीच में तार लगा था। इसलिये इन दोनों स्थानों के समाचार तार द्वारा आते थे। फ्रांस और जर्मनी के अन्य स्थानों और बड़े-बड़े नगरों से समाचार मँगाने का काम कबूतरों से लिया जाता था। ज्यों-ज्यों तार का प्रचार बढ़ता गया त्यों त्यों एजेन्सी भी अपना काम बढ़ाती गई। उनसे टाइम्स का सम्बन्ध १८५० ईसवी में हुआ था।

टाइम्स के दैनिक संस्करण के अतिरिक्त और भी कई संस्करण निकलते हैं! सप्ताह में तीन बार निकलने वाले संस्करण का नाम "मेल" (Mail) है। १८७७ ईसवी से एक साप्ताहिक संस्करण भी निकलता है। १८८४ ईसवी में कानूनी बातों की आलोचना के लिये "ला रिपोर्टस" (Law Reports) का जन्म हुआ। "कमर्शल केसेज" (Commercial Cases) वाणिज्य-व्यवसाय की चर्चा रहती है। १८९७ में साहित्य-सम्बन्धी विषयों की विवेचना के लिये टाइम्स के "लिटरेचर" (Literature) अर्थात् साहित्य नाम के एक