कर हज्जाम की ओर देखा और आहिस्ता से उसके कान में कहा--- "बहुत हुआ, हटायो इस औरत को।" लेकिन अंग्रेज़ नाई पूरा घाघ था। बादशाह का मतलब वह समझ गया। और जमीन तक सिर झुका कर बोला-मेजर वेली शायद किसी खास मसले पर हिजमेजेस्टी से गुफ्तगू करने आए हैं। हुक्म हो तो मैं ज़रा देखू कि उस पाजी फैन्च खानसामा ने शाही दस्तरखान चुनने में इतनी देर कैसे कर दी।" उसने एक बार और बादशाह के आगे सिर झुकाया और बाहर चला गया। ---"इस बेवक्त बादशाह ने मेजर वेली की ओर रुख किया और पूछा- आपके आने का मकसद क्या है ?" मेजर वेली ने टेढ़ी नजरों से जाते हुए नाई की और देखा, फिर बाद- शाह की ओर देख कर ज़रा रूखे स्वर में कहा-“हिज मेजस्टी यह जान कर खुश होंगे कि अब जनाब गवर्नर-जनरल बहादुर के तशरीफ लाने में सिर्फ एक माह का अर्सा रह गया है। मुझे उम्मीद है कि ऐसी कोई कार्रवाई न होने पाएगी जिस से हिज एक्सिलेन्सी नाराज हो कर लौटें। यदि ऐसा हुआ तो यक़ीनन वह आप के में अच्छा न होगा। और मैं भी, जो आपका सच्चा दोस्त और खैरखाह हूँ, आप की कोई मदद न कर सकूँगा । यही कहने के लिए मैं हाजिर हुआ हूँ।" "मैंने तीस लाख रुपया गवर्नर-जनरल बहादुर के इस्तकबाल और तवाज़ा में खर्च करने का फैसला किया है । आप चाहें तो इसमें इज़ाफ़ा कर सकते हैं । यकीन कीजिए-कि दूर-दूर के कलावन्त, गाने और नाचने बालियाँ, नट बाजीगर, भाँड़ और जंगली जानवर गवर्नर-जनरल बहादुर के मनोरंजन को मुहैया किए जा रहे हैं। दावत के सामान का सब इंतज़ाम सरफराजखाँ खुद कर रहे हैं।" रेजीडेण्ट ने कहा-"इस के सम्बन्ध में मैं कुछ अर्ज नहीं करता और मैजस्टी । हिज एक्सिलेन्सी के पास शिकायतें पहुंची हैं कि आपकी Vio
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