पृष्ठ:सोना और खून भाग 1.djvu/२६७

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5 है तो बहुत असावधानी का काम किया है । लेकिन जब तुम पर यह राज़ ज़ाहिर हो चुका है, तब मैं तुम्हें बतलाता हूं कि इस बात की हमें सख्त ज़रूरत है कि सिन्ध नदी की थाह ली जाए, और यह बात ठीक-ठीक जांच ली जाय कि यदि कभी हमारे जहाज सिन्ध नदी में से गुज़रें तो उन्हें कहाँ-कहाँ किस मुसीबत का सामना करना पड़ेगा। क्योंकि सिन्ध, पंजाब और अफगानिस्तान इन तीनों ही पर हमारी नज़र है। पंजाब और अफ़गानिस्तान पर हमला करने में सिन्ध नदी का उपयोग बहुत महत्त्वपूर्ण होगा। इसी से इस उपहार को भेजने के बहाने मैंने सिन्ध का पूरा सर्वे कर डाला है। और अब हम चाहे जब उसका उसी तरह इस्तेमाल कर सकते हैं, जैसे इंगलैंड में टेम्ज़ का।" "लेकिन माई लार्ड सिन्ध तो स्वाधीन देश है, सिन्ध के अमीर क्या इस बात को पसंद करेंगे?" "नहीं करेंगे, इसीलिए तो यह उपहार का कपट-प्रपंच रचा गया। इसके अतिरिक्त अमीर यदि राजी न भी हो तो हमें उसकी परवाह नहीं है। याद रखो मेज़र, एक दिन अफगानिस्तान और मिन्ध नदी दोनों पर अंग्रेज सरकार का कब्ज़ा होना चाहिए। तुमने सुना होगा कि हमने काबुल में एक व्यापारिक एजेन्सी कायम की है।" "मैं समझ गया, योर एक्सीलैंसी, सिन्ध नदी के सर्वे और काबुल में व्यापारिक कम्पनी की स्थापना, ये दोनों ही भावी अफ़गान युद्ध की भूमिका हैं।" "राइट यू आर मेजर, दैट्स आल वी वान्ट ।" “पाई कांग्रेचुलेट योर एक्सीलैंसी, मैं आशा करता हूँ कि अफ़गानि- स्तान के मोर्चे पर आप मुझ अनुगत सेवक को भेजना नहीं भूलेंगे।' 'ज़रूर, जरूर, तुमको यह जानकर खुशी होगी मेज़र, कि इसी सफर में मैं रणजीतसिंह से भी मुलाक़ात कर रहा हूँ। मुलाक़ात के वक्त मैं काफी फौज़ साथ ले जाना चाहता हूँ। इस वक्त रणजीतसिंह की ताकतें बहुत बढ़ी हुई हैं। कहना चाहिए कि उसकी विशाल सेना हमारी सेना २७१