पृष्ठ:सौ अजान और एक सुजान.djvu/१२९

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- १२८ सौ अजान और एक सुजान खसूसियत-विशेषता।।। शिकार ) अमीरों का शिकार खार खाते हैं-डाह करते है। करनेवाला। जब एक अमीर अल्हड़पन-अक्खडपन, बेपर के लडके को बिगाड़ चुके, तब वाही। दूसरे, फिर तीसरे, इसी तरह दर्पदाह ज्वर-अभिमानरूपी अमीरों के लड़कों को बिगाड़- जलन पैदा करनेवाला ज्वर । कर उनके धन द्वारा जो श्राप दाह-जलन । मज़ा लूटते है। सदुपदेश शीतलोपचार खूसट-(सं० कौशिक) उल्लू, अच्छे-अच्छे उपदेशरूपी ठंडक मनहूस। पहुँचानेवाले सामान । कलामतों-(सं० कलावंत) कारगर-(फा०-शब्द)उपयोगी, किसी फ़न या हुनर में उस्ताद। लाभकारक, असर करनेवाली। दोगले-(अरबी-शब्द) वर्ण- मीर शिकार-( अमीर J संकर । पाँचवाँ प्रस्ताव चहले-(सं० । किचिल) । सलोनापन-. लावण्य, कीचड़। लुनाई। नै बै-(सं० नै नई । बै (वय) उमंग-इच्छा, जोश, उल्लास। उमर) नई उमर, जवानी। | अनिर्वचनीय-अकथनीय, . दारुण-कठोर । जिसका वर्णन न हो सके। सुखद-सुख देनेवाला। दाख-(फाo-शब्द) अंगूर । वयस्संधि-लडकपन और कुसुमबान-जिसका बाण । जवानी की उमर के मिलने का समय, नवयौवन । ' पुष्पधन्वा भी कहते हैं, काम तरेर-डुबाकर । देव। . अपिच-बल्कि। ऊष्मा-गर्मी। कुसुम (फूल) का हो; जिसे