पृष्ठ:स्टालिन.djvu/२९

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[ अट्ठाईस कल्पित नाम लेनिन रक्खा हुआ था। जोजफ ने इस रोमाञ्चकारी कहानी को गहरी दिलचस्पी के साथ सुना। ब्लाडी मेर एलच अलयानो ने सत्रह वर्ष की आयु में सन् १८८७ में यह भयानक समाचार सुना कि पुलिस ने उसके बड़े भाई अलेग्जेंडर को गिरफ्तार कर लिया है। उसका बड़ा भाई उस श्रेणि का प्रधान था जो जार अलेग्जेडर के प्राण लेना चाहती थी। इस श्रेणि के सदस्य दूसरे देशों में निहलिस्ट' के नाम से प्रसिद्ध थे। लेनिन के बड़े भाई अलेग्जेंडर के विरुद्ध अपराध प्रमाणित हो गया और उसे प्राण-दण्ड मिला। जब इस घटना की खबर उस सत्रवर्षीय लघुभाता के कर्णगोचर हुई तो उसने दुःख के साथ कहा "नहीं २, यह वह रास्ता नहीं है जो हमें अपनाना चाहिये।" परन्तु उस दिन में हा लेनिन ने अपने भाई की मृत्यु को दृष्टिगोचर रखते हुए कार्य करना प्रारम्भ कर दिया। इस प्रकार वर्षों गुजर गए। मजदूरों और किसानों में लेनिन का नाम प्रसिद्ध हो गया। क्रान्तिकारी श्रेणि की ओर से जितनी वीरतापूर्ण और उत्त जनात्मक घोषणाएं निकलती थीं, उन सब पर लेनिन का नाम दिया होता था। अन्त में जब पुलिस पंजे झाड़ कर उसके पीछे पड़ गई तो लेनिन को वहां से भाग जाना पड़ा और उसने एक गुप्त स्थान से इस आन्दोलन का मार्गप्रदर्शन करना प्रारम्भ किया। नवयुवक जोजफ ने लेनिन को रोमाञ्चकारी कहानी बड़े आश्चर्य के साथ सुनी। उसे पता लगा कि वह आन्दोलन, जो लेनिन के नेतृत्व में प्रारम्भ हुआ है वास्तव में उस आन्दोलन से बिल्कुल भिन्न है जिसके कारण लेनिन के भाई को प्राण-दण्ड मिला। इस सम्बन्ध में नोह जोर्डोनिया के वह शब्द विशेष कर उल्लेख-योग्य हैं जिनमें उसने लेनिन के आन्दोलन को स्पष्टतापूर्वक