पृष्ठ:स्त्रियों की पराधीनता.djvu/१८५

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ही नहीं हो सकता-इसलिए इसी दलील को प्रतिपक्षी उलटी काम में लाने लगे। इस सच्चे प्रमाण में स्त्रियों का उपहास करते हुए उन्होंने यह प्रतिपादन किया कि राजाओं से रानियाँ अधिक योग्यता-पूर्वक राज्य चला सकती हैं इसका कारण यह है कि, राजाओं के राज्यों में वास्तविक सत्ता स्त्रियों के हाथ में होती है; और रानियों के राज्य में वास्तविक सत्ता पुरुषों के हाथ में रहती है।

६-ऐसे उपहास युक्त वचनों का जवाब देना अपने समय को व्यर्थ खोना है; पर ऐसे कथन सर्वसाधारण के मतों पर ज़रूर असर करते हैं, मानो इस बात में कोई महत्त्व भरा है ऐसा जनाते हुए मैंने बहुतों को वादविवाद करते सुना