पृष्ठ:हड़ताल.djvu/२४२

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अङ्क २]
[दृश्य २
हड़ताल

एडगार

तो फिर क्यों नहीं रोका?

वाइल्डर

तो क्या बात रह जाती?

[ऐंथ्वनी की ओर देखता है।]

एडगार

अगर आप और मैं और हम सब ने जो कह रहे हैं कि हमारी कल्पना इतनी अच्छी है-

स्केंटिलबरी

[घबड़ा कर]

मैंने यह नहीं कहा।

एडगार

[अनसुनी करके]

इसकी जड़ काट दी होती तो यह मामला कब का ठण्ढा हो गया होता और यह दुखिया इस तरह एड़ियाँ

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