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पृष्ठ:हमारी पुत्रियां कैसी हों.djvu/४७

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रसोई घर सदा साफ़ रक्खे जाँय । खाने पीने की गूंठन, तरकारियों के छिलके, बर्तनों की धोवन आदि दूर हटाकर रसोईघर शुद्ध पवित्र रखना चाहिये। खाने पीने की चीजे मक्खी, चूहे कुत्ते, विल्लियों से बचा कर रखनी चाहिये। मक्खी बहुत बुरा जानवर है, यह रोगों को फैलाता है, कीड़ों और गन्दगी को टांगों में उलझाए फिरता. है, इसे खाने पीने की चीज़ों पर कभी न बैठने देना चाहिए। इसके लिये रसोई घर साफ़ रक्खो और दर्वाज़ों पर चिकें डाले रहो। चूहों को पकड़ कर नाश कर दो, यह बुरा जानवर है, प्लेग इसी के द्वारा फैलता है। खाने-मूत्रघर और नादान हमेशा धोकर साफ़ रखने चाहिये। घरों के फर्श हर हफ्ते धोए जाँय, और कच्चे घरों के फर्श हर हाते लीपे जाएँ घरों में साल भर में एक बार जरूर सुफैदी करानी चाहिये। दीवारों को झाड़ झपट कर हमेशा साफ़ रखना चाहिए मकड़ी जाले आदि नहीं लगने देना चाहिए। पशुशाला--रहने के घर से दूर हो और उसकी सफ़ाई का भी अच्छा प्रवन्ध हो। इसी तरह मुहल्ले और गाँवों की भी सफाई ३७