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पृष्ठ:हमारी पुत्रियां कैसी हों.djvu/५०

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लेट कर, टेढ़े तिरछे होकर, पढ़ने से ऑखें खराब होती हैं और ध्यान भंग होता है। रात को पढ़ना हो तो रोशनी 'सामने न रख कर 'इधर उधर रक्खो जिस से किताव पर प्रकाश रहे, परन्तु लैम्प आँखों के सामने न रहे। सोना रात को १ वजे तक ज़रूर सोजाओ और प्रातःकाल शीघ्र उठ बैठो। बच्चों के लिये ७ से लेकर घंटे की नींद काफी है। जब सोने लगो तब सब तरह की चिन्ता और फ़िकर दूर कर दो और कुछ भी न सोचते हुए लेटे रहो, थोड़ी ही देर में आनन्दमयी निद्रा आजायगी। अच्छी नींद वह है जिस में सपना बिल्कुल न दिखाई दे और शान्ति पूर्वक सोते रहें । ऐसी नींद से थकान मिटती है, सब इन्द्रियों को विश्राम मिलता है, उन में नई शक्ति आजाती है, जागकर मनुष्य परिश्रम करने के लिये अपने को स्वस्थ और तैयार पाता है। अध्याय पाँचवा पाक-विद्या पाक विद्या स्त्रियों का सर्वोपरि गुण है। जो कन्याएँ बचपन से पाक विद्या का ज्ञान प्राप्त करती हैं वे यश और प्रतिष्ठा प्राप्त