पृष्ठ:हवा के घोड़े.djvu/७३

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कारण मिलना चाहती है और उदास क्यों रहती है? क्या उदासी मुझ से मिलने पर दूर हो जायेगी, क्या यह सच है कि उस के मन में उदामी पैदा करने वाला में ही हूं? क्या सच-मुच अब्बास के कथनानुसार वह मुझ से प्यार करती है। इम अन्तिम विचार पर उसे हंसी आ गई। अब्बास तुम पूरे के पूरे बेवकूफ हो। उसे मुझ से प्यार नहीं हुआ, किसी और से होगा और मुझे उसका पूरा-पूरा हाल सुनाना चाहती है। मैने उसे एक बार हंसी-हंसी में कहा था--"जब भी तुम किसी से प्रेम करो, मुझे अवश्य बताना? हो सकता है, किसी ने उस के हृदय पर अपना निशाना लगा ही दिया हो। अच्छा छोड़ो, इस बात को और बताओ क्या तुम ने किमी ऐंगलो इँडियन लड़की से प्यार किया है?"

अब्बास ने बड़े गर्व के माथ उत्तर देते हुए कहा--"मैंने ठेठ योरपियन लड़की से लेकर भंगिन तक, सब से प्यार किया है; किन्तु यह प्रेम वासनामय होता है और कुछ नहीं सच पूछो तो, मैं फरिया से प्यार करने लगा हूँ; परन्तु उपके भाग्य का क्या कारण, जैसा की तुमने कहा है, वह किसी और की हो चुकी है? मै समझता हूँ, अपना काम यों ही चलता रहेगा और एक दिन अन्त में विवाह हो जायेगा और फिर छुट्टी समझो।"

अब्बास कुछ उदास हो गया। तब सैय्यद ने पूछा--"अब्बास, क्या तुम, वास्तव में किसी से प्यार करना चाहते हो ?"

अब्बास तड़प कर बोला--'यह वास्तव की भी खूब रही। अरे, भई एक जमाना हो गया है अभ्यास करते-करते और अब प्यार की आग ज्वालामुखी का रूप धारण कर चुकी है। बस, कोई भी हो, मगर हो स्त्री, हाँ स्त्री, खुदा-कसम मज़ा आ जाए।"

यह कह कर अब्बास ने ज़ोर-ज़ोर से मज़ा लेने के लिये अपने तुम्हारी

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हवा के घोड़े