पृष्ठ:हस्तलिखित हिंदी पुस्तकों का संक्षिप्त विवरण.pdf/१५१

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

[ ११८ ] महाभारत की कथा-विष्णुदासकृत, नि० का० दानचीनीमी दे० (छ-६८) स० १४६२, लि. का० स०१२४, वि० महा माखनलाल--कुलपहाड़ ( दम्मीरपुर) निवासी; भारत की कथा का अनुवाद । दे० (छ-२४८) जानि के चौवे ब्राह्मण 1 महाभारत दर्पण-गोकुलनाथ, गोपीनाथ और श्री गणेश ज की स्था दे० (छ-६६ ए) मणिदेव (तीना ने मिलकर यनाया) कृत, सत्यनारायण की क्या दे० (छ-१बी) वि० महाभारत और हरिवंश पुराण का भाषा- | माखोनाखंड चौतीमा--कथोरदास कन; वि० नुवाद । दे० (ड-६५) मान, भक्ति और नीति का वर्णन । दे० (- महाभारत भाषा--सबलसिंह चौहान कृत; लि. १४३ एन) का० सं० २८५२, वि० महामारत फा भाषा- माझयक्तमाल-अन्य नाम एकमाल:ग्रजजीवन- नुवाद । दे० (ड-६६) दास कृत; वि० भत्तों का माहात्म्य वर्णन । महाभारत भापा-नौ कवियों (रामनाथ, अमृत. दे० ( ज-३४ श्राई) राय, चंद्र, कुचेर, निहाल, हंसराज मंगलराम, माणिकलाल--प्रयागीलाल ( तीर्थराज ) के उमादास और देवीदिचाराय) कृत; वि० महा. पिना; इंद्रजीतलाल के पुत्र; सं० १८३० के भारत के १५ पर्यों का भाषानुवाद । दे० पूर्घ वर्तमान । दे० (च-५१) (ङ-६७) माधव--स० १६५६ के लगभगवर्तमान, बादशाह महालक्ष्मी की कथा--कृष्णदास कृत; नि० का० अकबर के समकालीन थे। सं० १७५३. वि० कार्तिक की कृष्ण अष्टमी की विनोद सागर दे० (च--६८) पूजा-कथा । दे०(छ-६४ यी) माधवदास--भगवति-रमिक के पिता; सं० १६१७ महालक्ष्मीजू के पद--गंगादास कृत, वि० महा के पूर्व वर्तमान । दे० (क-३२) स्वामीजी की स्तुति । दे० (छ-२५२ सी) माधवदास--शायद ये जोधपुर नरेश विजयसिंह महीपनारायणसिंह--काशी नरेश, सं०१८३२ के के श्राश्रित थे; जाति के कायम्य; नागौद (मध्य लगभग वर्तमान, लास कवि के प्रश्रियदाता भारत ) निवासी २८ वी शताब्दी में हुए । थे। दे० (घ-११४) मागयण लीला दे० (ज-१७७५) महेश---इनके विषय में कुछ बात नहीं। मुदत्तचिन्तामणि दे० (ज-९७७ बी) हम्मीररामो दे० (ख-३२) करुणारत्तीमी दे० (ख-%) माखनचोर लहरी-दामनदास रुन वि० श्री माधवदास (चारण)--दधिवरिया जाति के कृष्ण की माखनचोरी लीला का वर्णन । दे० 'चारण, सं० १६७५ के लगभग वर्तमाम; मार. (छ-२५० डी) वाड़ निवासी। माखन लखेरा-स० १६०७ के लगभग वर्तमान गुणराय गमो तथा रामरामो दे० (ख-४०) पना (बुंदेलखंड) निवासी। माधवदास-कवि केशवराज के पिता, सं० ११३