पृष्ठ:हस्तलिखित हिंदी पुस्तकों का संक्षिप्त विवरण.pdf/१९४

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[२१] दारन सब-रसिंक मीयम , वि० मावन | वेदांत-सार भुव दीपिका-जनकरामकिशोरी की महिमा का वर्णन। (-२६३) शरण तालिकासवि०मीपम हवचाविकाकृष्णा कृषि (कलानिधि) तालिक पद्रजी का पिशाराम (-२३४५च) का० मा १० वि० पिंगल। ३० (क-4) | एटमणि शुक्र-जाति के प्राण, सं० १७७ एच-सरंगिणी-रामसहाय कायम कतमि के लामण वर्तमान भाडा मरेश राना कम का० स० ११ वि०पिंगल दे० (-२) वतिर और बिन टीकमगढ़ के मागीर वृष-विचार-सुपएल मिलि. का.स. दार सापासामाभित । १७२fe कासकर दूसरी पति का बैशाब माहात्म्य (1) मग विष पियत । दे० (२००५) असार मागत्य दे० (-५पी) सूच विचार-रय स्वालिo० सयक-हकमान सावि० पेचक निदान में वि०बर शास का वर्णन । ६० (443) भोप पिरोसारिका वर्णन 120(8-10 हामावक और राममूक मश्न--6 महोत,लिक धक ग्रप भाषा--मनन्तपम कृण लिक कर का संकि फलित ज्यातिष का सपि० भोपरिपाचा पर्णन वर्ष । दे० (-२) हवायन पुगण की पापा--भवरास कला विपक्ष का विहार वर्णन। दे वफ-सीला-भुपरास रुत वि० पैपक । वं (-एम) पास्पति कार-अलसीराम पिपरस्पति वैधमार-पुत्रसाल जि सि० का प्रहब १२ एरियों पर फलाफल विचार। स. १६०५ वि० श्रेयक २० (-३१०) ०(प-३०) वैष पक्षाश-राज गिरि गासाई का चम्टेन स्मामी--कोई सम्पासो मत प्रतीत होते मोपचिपी का पर्णन (3-२५४) मके विषय में ऊच मी बात नहीं है। त्पश्योपदे०(८-३४२) मैप मिपावसिंह नि० का- ०१ विचा०(५-१०सी) चंद रामापण-मूपनारायषिहरूठ, मि. काय ० १ वि० सहापैकी कहानी का मेध मनोसर-पम्प नाम मपम पंथ, मया रिदी अनुवाद (जी) समयनिक का स १६४०लि. कसं बनदिक सटीक माया-महाराविनाय Hot दिपेचका (क-३४){2-२११ सिंर त्या वि०मेदांत ३०(४-५) (५-१५५) पेदांव-परिमापा-अमोहरदाय मिरज़मीन पेय पनार-मोरे शाह ता मिल का है कर० स० १00 लि०१ वि० १५ हि० का १० बाय द्यक वेति । दे० (४३बी) २१