पृष्ठ:हस्तलिखित हिंदी पुस्तकों का संक्षिप्त विवरण.pdf/२०

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1 माँति पिदित है कि पिम्तामणि, मूषण, मति भोर भूपण - माई मतिराम मित्र मिलप्पलिये पम और मीठ या जटाशकर ये पारो सही इस एका का समाधान ए विमा उपर्युक पर भाई माने हात रहे है. परन्तु उपर्युक पोगों सिशात ही मपूर्ण रह जाता है। इस बात की करियों ( भूषण और मतिराम) ने अपने अपने गाँध करमा भी उचित प्रतीत होता है। नित पपप में मोपन किया है, समस पर प्रतीत सलाम और रसराज के रचयिता मतिराम और होता है कि ये दामो कदापि सहोदर भाई मधे। नौमुवी * रचयिता मतिराम दोनों का समय मरण करपप गाजीप और मतिराम वरस गोत्री | एक ही है लिलाम स० १५ बि.के पूर्व थे। भूषण र पिडा त नाम रखाकर था और बताया गया था क्योकि यह प्रम वी मरेश राण मतिराम पं. विनायक पुत्र थे। मा मप दोनो राजा मानसिंह की प्रगसा में मापा था गोश और पिया मित्र भिख ये, उप ये सहोदर और सही को समर्पित किया गया था राव राजा भाई कैसे सकते है। ये तो पफ वंश के मी नहीं | माऊसिंह सं० १७१५ मै गाड़ी पर बैठे भौर पे। सभा है, भूषण और मतिराम मामा फूफी के ] १७१५ में वनरा बान्टमा भता इसी बीच में समय से मा कहावे हो। सपर्युक कपनों से किसी समय लक्षितलाम प्रथ रचा गया पारिस तो पाही प्रतीत होगा किरोन कर एक माम राम ० ७१० वि० में रखा मा बसखाया के निवासी भी नहीं थेपयोकि भूपण कवि अपने माता और पकौमुदी का निर्माण काश सं० को सिदिशमपुर निपासी मौर मतिराम पानपुर नि मोहि पवितलाम के पीड़े और बाची किया है। मिमाषु महोदय मे नपरत में रसराज के पूर्व रचा गया है। नको सिकाँपुर विकर कामपुर निवासी सिमा इससे पह निमित पचचीमुरी जो कि “विविक्रमपुर गप का ही अपमश रखना काल मतिराम के कार्यकाल के अन्य पई। और सम्मन, मतिराम ने भी 'विकसनर्गती है। पुरका सक्षिप्त पुर सिपाहो परन्तु इस मनितमझाम और वकीमुदीको भाषा विषय में निमित रूप से कम भी नहीं कहा थामिएन मिक्षती दोनों मंथो मेंबर सो सम्ता । मेरे विचार से “वनपुर विचाँपुर बोचर है, वे एक सी ही मोजमीनी भाषा में किये से मिड अवयव का पूसरा ग्राम है। बिहार में | गई और मूपण की पिता से शुट मिलते हैं। इसका वर्णन किया गया दादजी त्रिपाठी पही प्रकार रस की शैली या माधुर्य मादिगुण मी पो8013४२ में वर्तमान समय पर मिश्रित हो गया कि भूषण और मसिराम सहोदर भाई सरिता गौमुरी 1 । म क्लिोर माही पे, तालमों ने पारामा प्रत्पन्न कर हिन्दी महरलय बोरिस पूचकौमुद्री प्रपक रचपिता मतिराम +मितिौर स सनत्याच - शिसिर परोLI रैमा पेस 1EAR परत्व... +freeNal मरल Tri.