पृष्ठ:हस्तलिखित हिंदी पुस्तकों का संक्षिप्त विवरण.pdf/९२

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t ५४ ] मोगा मो मेटा मियामी घो। साधु | हलमी पितामणि-ररिजन एल, नि.का. सं० माग समपुरीकर महम २५. पिरामापणा यादमा.(--) और मदिर दनक गमतिमा प्रचापि मुलमीगम (मोमामी)- -राजापुर निपापीदमा पनमानण्या य मोर० (-110) पामे १६३ क मा एतमाम म. में हो। पतमा, ये दिमिर मदापि मार मोमी. (ग-2) शाम मे प्रग्यों की रचना की। मा.(अ-220) गमापार. (4-२२) मीना कपा-मारो रानिया पायनी सरिनमाना ६०(-1)(प-1५३) जारामन यतादेगा यम किया (9-116) (9-?V) (9-18*) EAR मत मीनरास पता राय परी(-1) (प-२४) मिन...पि.दरतानिय प्रस का विधान पाया. (ए-६४५) सुपार (-१०) (-बी) सोपामा-माम लि. म. (प-२००) (-२३) वि. ती का परन मोर उमा गरी मंगा दे० (4-7)(६-२४ एप) मासम्म २० (-२१.) गौमा मात्र (मालामा) (r-40) भीपराज-प• प्रपागीमानमानिस परेरामापर.(--) (-रसर) साबरपुत्र मानमात करण्या बासी गमाल दे. (प-२) बालगी और मयपत्रमादार गमाफ्ष गणुनीताप-1)(-२०१५) मार, सं.12.सममग यतमानपत्यारो (हमी गति मर रीमिणी महा मायापाभित मुमदीचा पानीमरा या माशा) रसारण.(प-" समार-(प.) दीर्यगत-र. TERATग वर्तमाग, ही बलिरामारपर (प.१५) पुर(माप मारत)केरामा प्रयतमिर रापद(-१२४) माभित। साकार. (23) सागर (111) at (4-1३३) देशदरप्रहाराम सायनामिदप माग -(-1) साग - 1. मा काम १०(२-१३) (- पाप (-1) भीमा-सोगरा MR. . गत गर.(1-10) (7.147 )