इस्तिरजा-इहेहमान ८३ खण्डसे मूत्रके विन्दुका सुखाना, मूतने के बाद मट्टोके रखनेवाला, जिसे इस दुनिया या जगहका ख्याल टेलेसे पेशाबके बूंदका जज ब करना। किसी तुच्छ रहे। वस्तुको 'इस्तिजेका ढेला' कहते हैं। इहचित्त, दहकतु देखो। इस्तिरजा ( अ० स्त्री०) स्वीकृति, रजामन्दी। इहतन (सं० त्रि०) इदम् भावार्थे व्यु ल तुट्च । इस इस्तिरी (हिं. स्त्री०) १ स्तरी, कपड़ेको बराबर जगत्में जन्म लेनेवाला, जो इस दुनिया में पैदा हो। और कड़ा करनेका औजार। यह लोहेको बनतो इहतियात (अ॰ स्त्रो०) १ सावधानता, खबरदारी, और खोखली होती है। नोचेको ओर पीतल लगाते चौकसो। २ अप्रमाद, होशियारी। हैं। खोखली जगह गम कोयला भरा जाता है। इहत्य (सं• त्रि०) इह भवम्, सप्तम्यन्तात् त्यप। जब कपड़ा धुलकर साफ होता, तब धीबी इस्तिरीको अव्ययात् त्य । पा ४।२।१०४ । इहकालमें होनेवाला, जो इस उसपर फेरता है। इससे कपड़ेका शिकन मिट और वक्त हो। तह बराबर जम जाता है। दरजी भी इससे काम इहत्र (सं० अव्य.) इस स्थानपर, इस दुनिया में, लेते हैं। किसी-किसीके मतानुसार यह अंगरेजी steel यहां। शब्दका अपभ्रंश है। २ स्त्री, लोगाई। ३ पत्नी, इहभोजन (वै० त्रि०) जिसके वस्तु और दान यहां जोड़। पहुंचे, जिसके चीज़ और बख शिश यहां आये। इस्तिसना (अ० पु.) १ वर्जन, इखराज, छूट। इहितीया (स. स्त्री०) इस कालको द्वितीया, ३ निराकरण, नामजूरी, इनकार। इस वक्त की दूज। इस्तेदाद (अ० स्त्री० ) १ योग्यता, लियाकत । २ बुद्धि, इहपञ्चमी (सं० स्त्री.) इस समय की पञ्चमी। समझ । ३ अंश, हिस्सा । ४ विज्ञान, हुनर। इहलोक (सं० पु०) इदम् प्रथमाया हः, कर्मधा० । १ यह इस्तेफा (अ० पु० ) उत्सर्ग, तर्क, छोड़। जगत्, यह जिन्दगी। (अन्य ) २ इस लोकमें, इस इस्तेमाल (अ० पु० ) १ अभ्यास, रबत । २ व्यवहार, दुनियामें। चाल। ३ कार्य, काम। इहवां (हिं. क्रि० वि०) इस स्थानपर, यहां। इस्तेमालो (म०वि०) १ व्यवहृत, पुराना।२ साधारण, इहसान्, एहसान् देखो। मामूली। (पु.) ३ उत्तम शालि, बढ़िया चावल । इहस्थ (सं०त्रि.) इस स्थानपर उपस्थित, जो यहां इस्म (अ.पु.) १ अभिधान, लकब, नाम। २ खड़ा हो। व्याकरणमें-संज्ञा। इहस्थान (सं० लो०) १ यह जगत्, यह दुनिया । इस्मानवीसो (अ० स्त्री०) १ नाम लिखनेका काम। (त्रि०) २ पृथिवीपर निवास करनेवाला, जो इस २ नामका रजिष्टर। ३ नामसूची, लकबनामा। दुनियामें रहता हो। (अव्य० ) ३ इस स्थानपर, इह (सं० अव्य०) इदं-ह। इदमी हः। पा ५।३।११। इस जगह । १ इस स्थानपर, इस जगह, यहां। २ इस स्थानको, | इहां, यहाँ देखो। इस जगह के तई। ३ इस लोकमें, इस दुनियाके बीच। इहागत (सं० त्रि.) इस स्थानपर आ पहुचनेवाला, ४ इस पुस्तक में, इस कायदेमें। ५ इस अवस्थामें, जो यहां पा गया हो। इस हालतमैं। ६ सम्पति, अब । इहामुत्र (सं० अव्य.) इहलोक और परलोकमें, इस इहकाल ( स० पु०) इदम्-हः, कर्मधा । इतराभ्योऽपि | दुनिया और उस दुनियामें, यहां और वहां। दृश्यते । पा ५।१४। वर्तमान समय, जमाना हाल, | इह (सं० अव्य०) अत्र-तत्र, अवन्तव, बारबार । यह ज़िन्दगी। इहेहमान (वैत्रि.) जिसके सर्वत्र माता रहे, जो इहक्रतु' (दै.त्रि.) इस लोक वा स्थानका ध्यान अपनी माको सब जगह रखता हो।. . .: ___Vol. III. 24 .
पृष्ठ:हिंदी विश्वकोष भाग ३.djvu/९४
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