पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर भाग ३.pdf/३१३

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घर . प्राणी न रह जाना । घर का कोई मालिक न रहना । घर, नौकरी । घर बैठे बेर दौड़ाना-मंत्र के बल ने अपने पास किसी . के प्राणियों का तितर बितर होना। (३) किसी घर से कोई वस्तु या व्यक्ति को बुला लेना। मोहन करना । मूठ जाना।

संबंध-न रह जाना। घर विगाड़ना=(१) घर उजाड़ना। घर भरघर के सब प्राणी। सारा परिवार । जैसे,—वर

" घर की समृद्धि नष्ट करना। घर तबाह करना। परिवार की भर यहाँ पाया है। घर भरना=(१) घर को धनधान्य - हानि करना । (२) घर में फूट फैलाना । घर में झगड़ा खड़ा से पूर्ण करना। घर में धन इकट्ठा करना। अपना लाभ करना । वर के शारिणयों में परस्पर लड़ाई कराना । (३) करना। माल अपने घर में रखना। (२) (अकर्मक प्रयोग) कुलवती को बहकाना । घर की बहू बेटी को बुरे मार्ग पर ले घाटा परा होना । हानि को पूति होना । (३) घर का ...'जाना । घर बनना=(१) मकान तैयार होना । (-) घर की प्राणियों से भरना । घर में मेहमानों और कुटुंबवालों का प्राधिक ग्विति अच्छी होता। घर संपन्न होना । घर भरा इकट्ठा होना । घर में स्त्री । जोल । पत्वाली । जैसे,-- .:... पूरा होता । घर बनाना = (१) मकान तैयार करना । (२) उनके घर में बीमार हैं।-(बोल.)। घर नाय भांय करना= .: निवासस्थान करना । जमकर रहना । बसना । (३) घर घर का सूनापन खलना। सूनेपन के कारण घर का डरावना भरना। घर को धनधान्य से पूर्ण करना। घर की प्राधिक लगना। कुछ घर में ग्राना-अपना लाभ होना । प्राप्ति दशा सुधारना । अाना लान करना । जैसे,-नौकरों पर कोई होना । जैसे,—उनकी नौकरी जाने से घर में क्या प्रा जायग । आँत रखनेवाला नहीं है, वे अपना घर बना रहे हैं। घर (किसी स्त्री को) घर में डालना=रख लेना। रनेली ववाद होना=घर बिगड़ता । घर की समृद्धि नष्ट होना । वनाना । जोरू बनाना । (-किसी स्त्री का ) घर में पड़ना= परिवार की दया बिगड़ना । घर बसना=(१) घर पाबाद किस' के घर पत्नी भाव से जाना । किसी की घरवाली होना । होना । घर में प्राणियों का होना। (२) घर की दशा घर सिर पर उठा लेना-बहुत अधिक शोर करना। ऊधम सुधरना । घर में बनवान्य होना । (३) घर में स्त्री या बहू मचाना। घर से:-(१) पाम से। पल्ले से जैसे—तुम्हारे आना । व्याह होना । (४) दुलहा दुलहिन का समागम होना। घर से क्या गया । (२) पति। स्वामी । () स्त्री।

पर बसाना=(१) घर आबाद करना । घर में नए प्राणी

पत्नी।-(वोल०)। घर से पांच निकालना=इधर उधर . लाना । (२) घर की दशा सुधारना । घर को धनधान्य से बहुत घूमना। शासन में न रहना। स्वेच्छाचार करना। पूरित करना । (३) घर में स्त्री या बहू लाना। मर्यादा के बाह चलना । जैसे,- तुमने बहुत घर से पांव विवाह करना। घर वेचिराग हो जाना = नामलेवा न निकाले हैं। में अभी जाकर कहता हूँ। घर से बाहर पांव

रह जाना । एकलौते बेटे का मर जाना ।

निकालना=वित्त से बाहर काम करना। समाई से अधिक घर बैठना=(१) घर में बैठना । एकांत सेवन करना । खर्च करना । घर से देना=(१) अपने पास से देना। अपनी (२) काम पर न जाना। काम छोड़ना । नौकरी छोड़ना । गांठ से देना । जैसे-जब वह तुम्हारा रुपया देता ही नहीं है जैसे,—(क) वह चार दिन कोई काम करता है, फिर घर तब क्या मैं तुम्हें अपने घर से दूंगा? (२) अपना रुपया बैठ रहता है । (ख) तुमसे काम नहीं होता, तुम घर बैठो। खोना। स्वयं हानि उठाना। जैसे तुम इनकी जमानत न ... () कोई काम न मिलना। बेकार रहना । रोजगार रहना । करो, नहीं तो घर से देना होगा। घर सेना=(१) घर में जीविका न रहना । जैसे,—आजकल बह घर बैठा है; उसे पड़े रहना। वाहर न निकलना। (२) बेकार बैठे रहना । इधर उधर काम, बंधे के लिये न जाना। घर होना=(१) कोई काम दिलायो। अधिक वर्षा से मकान का गिरना। गृहस्थी चलना। निवाह होना। घर का काम चलना। जैसे-लगातार बारह घंटे पानी बरसने से कई घर बैठ .. जैसे,—ऐसे करतबों से कहीं पर होता है ? (२) घर के गए। (किसी स्त्री का किसी पुरुष के) घर बैठना प्राणियों में मेलजोल होना। घर में सुख शांति होना । स्त्री किसी के घर पली भाव से चली जाना । किसी को खसम पुरुष में वनना। बनाना । घर बैठे रोटी विना मेहनत की रोटी । विना२. जन्मस्थान । जन्मभूमि । स्वदेश । ३. घराना। कुल । वंश। • परियम की जीविका । घर बैठे=(१) बिना कुछ काम खानदान । जैसे,—किसी अच्छे या बड़े घर लड़की ब्याहेंगे। . किए। बिना हाथ पैर डुलाएं। बिना परिथम । जैसे,- वह अच्छे घर का लड़का है। उ०-जो घर वर कुल होय घर बैठे १०० रूपया महीना मिलता है, कम है? (२) अनूपा । करिय. विवाह सुता अनुरूपा।—तुलसी (शब्द०)। ... बिना कहीं गए आए। विना कुछ देखे भाले । विना बाहर ४. कार्यालय । कारखाना । आफिस । दफ्तरं । जैसे,—डाकघर, -... जाकर सब बातों का पता लगाए। विना देश 'काल की तारधर, पुतलीघर, रेलधर,.,बंकघर इत्यादि । ५. कोठरी। अवस्था जाने । जैसे,--घर बैठे बातें करते हो, बाहर जाकर कमरा। जैसे,—ऊपर के खंड में केवल , चार घर हैं। ६. देखो तो जान पड़े। (३) विना कहीं. गए पाए। एक ही -स्थान पर रहते हुए। बिना यात्रा धादि का कष्ट उठाए ।... आड़ा खड़ा खिची हुई. रेखायों से घिरा स्थान । कोठा। जैसे, इस पस्तक को पढ़ो और घर बैठे देश देशांतरों का खाना । जैस,-कुंडली या यंत्र का घर। ७. शतरंज प्रादि का वृत्तांत जानो!.. घर बैठे की नौकरीबिना परिश्रम की .चौकोर खाना । कोठा।