पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर भाग ३.pdf/३७४

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१४५३ चटचटाना चटकामुख मुहा०--जूतियां चटकाना=(१) फटा हुपा या चट्टी जूता मगर दुति होति ।--बिहारी (शब्द०) ३. जिसका स्वाद. पहनकर इधर उधर घूमना जिससे तला बार बार ऐड़ी से फीका न हो । जिसका स्वाद नमक, खटाई. मिर्च आदि के . .. लगकर चट चट शब्द करे। जूता घसीटते हुए फिरना । द्वारा तीक्ष्ण हो। चरपरा । चटपटा। मजेदार । (२) वुरी दशा में इधर उधर पैदल फिरना । मारा मारा चटकीलापन-संज्ञा पुं० [हिं० चटकीला+पन (प्रत्य॰)] १. फिरना । जैसे,—अपने पास का सब खोकर अब वह गली ' चमक दमक । पाभा । शोखी। २. चरपरापन गली जूतियाँ चटकाता फिरता है। चटकोरा-मंचा पुं० [अनु॰] एक खिलौना। .. . : ४. उचाटना । अलग करना। दूर करना। छोड़ना। ५. - - चटक्क@-क्रि० वि० [हिं० चटक] दे० 'चटक' । उ०-दानव चिढ़ाना । कुपित करना । जैसे,-तुमने उसे नाहक चका . तब गय दौरि करे इक बंध कटक्कं । हुम देवासुर जुद्धः चढ़े . दिया, नहीं तो कुछ और बातें होतीं।। देवता चटक्कं । -पृ०रा०,२।१३०। . चटकामुख-संज्ञा पुं० [सं०] प्राचीन काल का एक अस्त्र जिसका उल्लेख महाभारत में है। . चटक्कड़ा-संज्ञा पुं० [अनु० चट चट् ] पशु को छड़ी से मारने चटकारी-वि० [हिं०.च टकारा] २० 'चटकारा' .. . .

  • वा ताडने का चट् चटू शब्द । उ०-लांबी काव चटक्कड़ा

चटकारा'-वि० [सं० चटुल ] १. चटकीला । चमकीला । २. गय लंबावइ जाल । ढोलउ अजेन वाहड़इ प्रीतम भो मन । चचल । चपल । तेज। उ०-अटपटात अलसात पलक पट साल!--ढोला०, दू० ४१०।। मुदत कबह करत उघारे । मनह' मुदित करकत मरिण प्रांगन चटक्का --मंचा पुं० [हिं० चटका दे० 'चटका"। उ०- खेलत खंजरीट चटकारे - सूर (शब्द०)। ताजन मारु चटाक चटवका सनमुख सेजा भांजी।-- चटकारा - वि० [अनु० चट ] वह शब्द जो किसी स्वादिष्ट वस्तु दरिया, पृ० १०७। चटखना'-क्रि० स० [हिं० चटकना दे० 'चटकना। को खाते समय तालू पर जीभ लगने से निकलता है। स्वाद को खाते समय तालू पर जीभ लगने से निकलता है। स्वाद । घटखना --संडा पुं० दे० 'चटकना'1 से जीभ चटकाने का शब्द । चटखनी-संज्ञा स्त्री० [हिं० चटकनी] दे० 'चटकनी'1. मुहा०-चटकारे का चरपरा । मजेदार । तीक्षण स्वाद का। चटखार-संक्षा पुं० [हिं० घट] चाटने का शब्द । उ०--हिम के जैसे,--चटकारे का सालन । चटकारे का भरता। चटकारे जो करण उनकी जीभ पर बैठ जाते थे उन्हें चटखार भरे शब्द भरना=खूब जीभ से चाट चाटकर स्वाद लेना। पोठ के साथ निगल जाते थे-जिप्सी, पृ० २३८ । चाटना। चटखारा-संवा पुं० [हिं० चट] स्वादिष्ट वस्तु खाते समय मुह से चटकारी-संघा बी० [अनु० ] चटकी । आनेवाली आवाज । . चटकाली संधा सौ० [सं. चटक प्रालि] १.गौरों की पंक्ति । गौरैया मुहा०-चटखारे भरना मजे लेकर खाना खाने के बाद प्रोठ नाम की चिड़ियों का झड । २.चिड़ियों की पंक्ति या समूह । चाटना। उ०-नभ लाली चाली मिसा चटकाली धनि कीन । रतिपाली चटखोता--संज्ञा पं० [हिं० चरखा भालुप्रों का चरखा कातने का पाली अनत पाए बनमाली न !-बिहारी २०, दो०११५। खेल ।-(कलंदर)। चटकाशिरा--संज्ञा पुं० [चटकाशिरस् ] पिपरा मूल । । क्रि० प्र०--कातना । चटकाहट---संज्ञा स्त्री० [हिं० चटकना] १. चिटकने या फटने का चट चट- संपा स्त्री० [अनु०] १. 'चटकने का पाब्द । ट्टने का शब्द । शब्द । २. चटकने या तड़कने का भाव । ३. कलियों के ..२ जलती लकड़ियों का चटचट शब्द । '३. वह शब्द जो खिलने का प्रस्फुट शब्द । कलियों के प्रफुटित होने का भाव । .. उगलियों को खींचने या मोड़ कर दबाने से निकलता है। उ०-फूलति कली गुलाब की, चटकाहट चहुँ ओर । ..उगली फूटने का शब्द : विहारी र०, दो०८८। .. .. क्रि० प्र०--करना ।—होना । .... चटकिका--संज्ञा स्त्री० [सं०] मादा चटक.[को० । मुहा०-चट चट बलया लेना=किसी प्रिय. व्यक्ति (विशेषतः चटकी-संज्ञा श्री० [स० चटक ] बुलबुल की तरह की एक चिड़िया वच्चे) की विपत्ति या बाधा दर करने या मंगल के लिये उग- . जो ८ या १० अंगुल लंबी होती है। लियां चटकाकर प्रार्थना करना। विशेष-यह पंजाब और राजपूताना को छोड़ सारे भारतवर्ष में विशेष-स्त्रियां किसी शत्रु का नाश मनाती हुई 'हाथों को होती है । यह गरमी के दिनों में हिमालय की ओर चली ___ उंगलियां चटकाती हैं । जब बच्चों को नजर लगती है तब जाती है और वहीं चट्टानों के नीचे या पेड़ों पर अंडे देती है। प्रायः ऐसा करती है जिसका अभिप्राय यह होता हैं कि नजर' चटकीला--वि० [हिं०चटक-+ईला (प्रत्य॰)] [वि० सी० चटकीली] . लगाने वाले का नाश हो जाय। ... १. जिसका रंग फीका न हो। खुलता । शोख । भड़कीला। च ट चटा-संशा पं० [अनु॰] चट चट का शब्द । जैसे,--चटकीला रंग । उ.--चटकीलो पट लपटानो कटि क्रि० प्र० .-उठना । बंशीवट यमुना के तट, नागर नट । —सूर (शब्द०)। २. चटचटा--संशा नी० [सं०] १. अस्त्रों की टकराहट से होने वाला चमकीला । चमकदार । प्राभायुक्त ।। "उ०-चटकी धोई . शब्द । २. लड़की आदि के जलने से होनेवाला शब्द । घोवती, च टकीली मुख जोति । फिरति रसोई के बगर जगर चटचटाना--कि अ० [सं० चट (= भेदन)] १. भाटपाट करते हुए मेर.. - -