पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर भाग ३.pdf/७२

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११४८ खाका वातज, पित्तज, कफज, क्षय और क्षतज । जिस खाँसी के खाक में मिलाना- विगाढ़ना तबाह करना । नष्ट भ्रष्ट . साथ मुंह से कफ निकले, उसे तर, और जिसके साथ कुछ करना । सत्यानाश करना । जैसे,—उसने सारी पावरू खाक । भी न निकले, उसे सूखी खांसी कहते हैं। में मिला दी। खाक सिर पर उड़ाना या डालना = शोक

.३. खाँसी को क्रिया।

करना। रोना पीटना । खाक पियाह करना नष्ट कर देना। .., क्रि० प्र०--माना |---उठना ।- होना । . . - बर्बाद कर देना। खा---प्रत्य० [फा० खा खानेवाला। भगक । जैसे, शकरखा । यौ-खाक परगर - व्यर्थ वस्तु । निकम्मी चीज । वाइन-वि० [अ० खाइन ] रुपए पैसे में गड़बड़ी करनेवाला । " ४. भूमि । जमीन (को०) १५. तुच्छ । अकिंचन । ६. कुछ नहीं। . खयानत करनेवाला अर्थ संबंधी व्यवहार के अयोग्य किो०] । जैसे,-वे खाक पढते लिखते हैं। र खाक अंदाज संधा पुं० [फा० खाक अंदाज ] १. कूड़ा करकट खाई-संज्ञा सी० [सं० खानि, प्रा० खाई] १ वह महर जो किसी का रखने का पात्र । कूडाखाना। २. फिले से शत्र पर गोली गाँव, किले, बाग या महल आदि के चारों ओर रक्षा के लिये श्रादि चलाने और कूड़ा करकट फेंकने के लिये बना सूराख । खोदी गई हो। 30--कवीर खाई कोट की पानी पिवन ३. चूल्हे से राख निकालने का छेद या बरतन किी। .... कोय । जाय मिल जब गंग से सब गंगोदक होय !-संत- ..बानी, भा० १, पृ० ३०१२. खंदक । उ०-चहूँ और फिरि खाकदान-संज्ञा पुं० [फा० खाफदान[ कूड़ाखाना। कूड़ाघर । २. पाई। जिन देखो तिन खाई। (खाई की पहेली।-खुसरो संमार । दुनिया। (शब्द०)। युद्ध क्षेत्र में सुरक्षार्थ खोदे जानेवाले गड्ढे खाकनाय-संज्ञा पुं० [फा० खाफनाए] धरती का वह तंग हिस्सा जो जिनमें छिपकर अपनी रक्षा और शत्र पर आक्रमण किया दो बड़े धरती के टुकड़ों को मिलाता है । स्थलडमरूमध्य । • जाता है । अंगरेजी में इसे 'च' कहते हैं । खाकरोब-संघा पुं० [फा० खाकरोब गलियों में झडू देनेवाला। खाकरीबी--संशा स्त्री॰ [फा० खाकवी झाइ. लगाने का काम । खाऊ--वि० [हिं०/खा+ऊ (प्रत्य०)] १. बहुत खानेवाला। सफाई करने का काम । उ०-खाकरोबी सब सूबेहतर था पेटू । २. घस लेनेवाला । घूसखोर ।। मुझे ना छतर हो तस्त यो अफ सर मुझे।-दविखनी०, ' यो०- खाक बीर-दूसरों का माल हड़प जानेवाला । खाऊ .. पृ० १८८! . मीत - स्वार्थी मित्र । मतलबी दोस्त । खाकशी-संघा पुं० [फा० खाकशी ] पोपधि के कार्य में प्रयुक्त खाक--संज्ञा स्त्री० [फा० खाक] १.बूल । रज । गर्द । २. राख ।। होनेवाला खाकसीर का दाना [को०] । .. भस्म । ३. मिट्टी। मृत्तिका । खाकसार--वि० [फा खाकसार] १. विनीत । विनम्र । २. अस- महा०-( कहीं पर ) खाक उड़ना=बरबाद होना। तबाह हाय । निराश्रित । दीन (को०] । होना । नाश होना । उजाड़ होना । जैसे,—अब वहाँ पर खाकसारी-संज्ञा स्त्री॰ [फा० खाकसारी] १. विनम्रता । .- ' खाक उड़ रही है। खाफ रखना खाक छानना । मारे मारे कितनी खाकसारी है. इसी को शराफत कहते हैं कि ईसान फिरना । वैसे वह इधर उधर खाक उड़ता फिरता है। अपने को भूल न जाय । - हाया०, पृ० ५११ । २. दीनता । ... (किसी की) खाक उड़ाना-पहास करना । मिट्टी पल द निराश्रयता । असहायपन । करना।घल उढ़ाना । जीट उड़ाना । जैसे, लोगों ने उसकी खाकसीर-संक्षा स्त्री॰ [फा० खाकशीर] एक प्रौषध जिसे खाली खूब खाक उड़ाई। खाक करना-तबाह करना। मष्ट भ्रष्ट भी कहते हैं। ... करना। खाक का पुतता: मनुप्य । श्रादमी ।-प्रादमी है विशेष-यह एक घास का बीज है जो मैदानों, वागों, जंगलों -तो खाक का पुतला मगर वला की तबीयत पाई है।--- .. तथा पहाड़ों में होता है । इसकी पत्तियां लंबी और टहनी के. फिसाना०, भा० ३, पृ० ७. खाक का पवंद होना= मृत्यु दोनों ओर प्रामने सामने लगती हैं। फल झड़ जाने पर छोटी होना । खाक चाटना=सिर नवाना। नम्रता करना। अनूनप धुडियां लगती हैं, जिनमें छोटे छोटे दाने झिल्ली में लिपटें • बिनय करना। खाक छानना- (१) प्रच्छी तरह तलाश रहते हैं। खाकसीर दो प्रकार की होती है--एक छोटी, दुसरी करना । बहत ढगा । जैसे,--कहाँ कहाँ की खाक छाना पर बड़ी। छोटी का रंग कुछ सुर्थी लिए होता है और बड़ी का वह न मिला । (२) मारा मारा फिरना । पावारा फिरना। . रंग कुछ स्याही लिए होता है। बड़ी से छोटी अधिक कड़ई चारों ओर भटकते फिरना । जैसे,-- वह नौकरी के लिये चारों होती है। यह घास अरव फारस यादि देशों में होती है। मोरनाक छानता फिरा । खाक बालना=(१) छिपाना। खाका-संहा पुं० [फा० खाफह ].१ चिंत्र यादि का डौल, . दबाना । जैसे,—उसके ऐवों पर कहाँ तक खाक डाली जाय । रेखाचित्र । ढाँचा । २. नकशा । मानचित्र । (भल जाना । गई गृजरी करना । जैसे,-पुरानी बातों क्रि० प्र.-उतारना।-खींचना ।--बनाना। पर मॉक डालकर अब मेल कर लो। खाक बरसना-अच्छी मुहा०-खाका उड़ाना = (१) नेपाल उतारना एकही '. 'दशान रहना । नष्ट भ्रष्ट हो जाना । खाक में मिलना- पर बनाना । (२) उपहास क ना। निदा करना । (३) धन बिगड़ना । बरबाद होना । चौपट होना । नष्ट भ्रष्ट होना। उड़ाना । बदनामी करना।