पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर भाग ४.pdf/३०२

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डायार्की डालना जिसमें हीरे की सी चमक पैदा हो जाय । हीरे फी सी काट डाल'-सबा स्त्री० [सं० दार ( = लकड़ी), हि. डार]१.परक बामल फाट। घर से इधर उधर निकली हुई वह लगी लकड़ी जिसमें पत्तियां डायार्की-सा स्त्री० [4] वह शासनप्रणाली या सरकार जिसमें पौर कल्ले होते हैं। शाख । शाखा। शासन अधिकार दो व्यक्तियों के हाथों में हो। वैध शासन । मुहा०-हाल का टूटा (१) डाल से पककर गिरा हुमा ताजा दुह्त्या शासन । (फल) । (२) बढ़िया । मनोक्षा। घोसा । जैसे,---तुम्हीं विशेष-भारत में सन् १९१६ ई. के गवर्नमेंट ग्राफ इडिया एक डाल के टूटे हो जो सब कुछ तुम्ही को दिया जाय। ऐक्ट , पनुसार प्रादेशिक शासनप्रणाली इसी प्रकार की (३) नया माया हुभा । नवागतुक । डाल का पका = पेड़ ही कर दी गई थी। शासन के सुभीते के लिये प्रदेशों से में पका हुमा डासवालावर पाखामृग । सबंध रखनेवाले विपय दो भागों में बांट दिए गए थे। २. फानूस जताने के लिये दीवार में लगी हुई एक प्रकार की लूटी। एक रिजव्ड या रक्षित विषय जो गवर्नर मोर उनकी शासन- ३. तलवार का पल । तलवार के मूठ के ऊपर का मुख्य समा के अधिकार में था, और दूसरा ट्रासफर या हस्ता- भाग । ४ एक प्रकार का गहना जो मध्यभारत मोर मारवार तरित विषय, जो मिनिस्टरों या मत्रियो के अधिकार में में पहना जाता है। ( जो निर्वाचित सदस्यों में से चुने जाते है) था। 'रक्षित डाल-सद्या स्त्री० [सं०डक, हि० डला ] १. डेलिया । चंगेरी। २. विषयों की सुम्पवस्था लिये गवर्नर पोर उनकी पासन फूल, फल या खाने पीने की वस्तु जो दलिया में सजाकर किसी सभा भारत सरकार पर भारत सपिव द्वारा अप्रत्यक्ष के यहां भेजी जाय । ३ कपठा मोर गहना जो एक डलिया में रूप से पार्लमेट अथवा मिटिश मतदातामों के सामने रखकर विवाह के समय वर की भोर से धू को दिया उत्तरदाता थी पौर हस्तांतरित विषयो के लिये गवर्नर जाता है। मंत्री अप्रत्यक्ष रूप से भारतीय मतदाताओं के सामने उत्तर- डालना-क्रि० स० [सं० तलन (=नीचे रखना )] १. पकडी या दायी थे। यद्यपि विशेष प्रस्थानों में इनके मत के विरुद्ध ठहरी हुई वस्तु को इस प्रकार छोड देना कि वह नीचे गिर फार्य करने का गवर्नर को अधिकार था, परतु पासनसभा पढ़े। नीचे गिराना । छोड़ना। फेंकना । गेरना । जैसे,—ऐसी बहुमत विरुद्ध गवर्नर भाचरण नहीं कर सकता था। चीष क्योहाय में लिए हो? उपर डाल दो। शासनसभा के सदस्यों और मत्रियों में एक अंतर यह भी था संयो० कि०-देना। कि वे सम्राट् के प्राज्ञापत्र द्वारा नियुक्त होते थे, परंतु मंत्री को मुहा०-हाल रसना = (१) किसी वस्तु को रख छोड़ना । नियुक्त करने और हटाने का अधिकार गवर्नर को ही था। (२) किसी काम को लेकर उसमें हाप न लगाना। रोक मंत्री का वेतन निर्दिष्ट करने का अधिकार व्यवस्थापिका समा रखना देर लगाना । मुनाना । को था। भारतीय शासनपद्धति । २ एक वस्तु को दूसरी वस्तु पर कुछ दूर से गिराना । डार -सवा सपा [सं० दाम(लकड़ी)] १ डाल । शाखा। छोडना । जैसे, हाप पर पानी डालना, यूक पर राख डालना। उ.--(क) रत्नजटित कंकन बाजूवद गगन मुद्रिका सोहै। संयो० क्रि०-देना। हार हार मनु मदन विटप तरु विच देखि मन मोहे । -सूर (शब्द॰) । (ख) जिन दिन देखे वे कुसुम गई सो बीत बहार । ३. किसी वस्तु को दूसरी वस्तु में रखने, ठहराने या मिलाने लिये उसमे गिराना। किसी वस्तु को दूसरी वस्तु में इस अब पलि रही गुलाब में अपत कटीली हार। -विहारी (शब्द०)। फामूस जलाने के लिये दीवार में लगाने की खूटी। प्रकार छोड़ना जिसमें वह उसमें ठहर या मिल जाय । स्थित या मिश्रित करना। रखना या मिलाना । जैसे, घड़े में पानी डार -सा श्री [सं० हलक] डलिया। चंगेर । डाली। उ०- डालना, दूष में चीनी डालना, दाल में घी डासना, चूर्ण में चली पाउन सम गोहनै फूल डार लेह हाथ । विस्सुनाप कह नमक डालना। पूषा पदुमावति के साथ। जायसी (शब्द०)। संयो-कि -देना। डार'-सहा स्त्री॰ [प० हार(= #3)] समूह । ४ घुसाना। घुसेड़ना। प्रविष्ट करना। भीतर कर देना या ले डारना-क्रि० स० [हिं० डालना दे० 'डालना' । ३०-(क) जाना । जैसे, पानी में हाथ डालना, कुएं में डोल डालना, जिन्ने जन्म डारा है तुज कू । विसर गया उनका ध्यान पू ।- बिल या मुई में हाथ डालना। पमिखनी, पु०१४। (ख) खूद डारी घरनि सरन जख संयो० क्रि०-देना। पूरि गरेपूर करि डारे सुख विरही तियान के।-ठाकूर०, ५ परित्याग करना । छोड़ना । खोज खबर न लेना । भुला देना। पृ० १६. उ०-केहि मघ भौगुन आपनो करि डारि दिया रे ।- डारा- पु० [हिं० डालना ( फैलना)] कपडा सुखाने के लिये तुलसी (शब्द.)। ६ मकित करना । लगाना । चिह्नित बंधी रस्सी या बांस । परगनी । करना । जैसे, लकीर सलना, चिह्न डालना । डारियासमा . [ देव.] वावून ववर की एक जाति । संयोकि०-देना। डारी-सक स्त्री० [हिं. हार] दे० 'हार', 'डाल'। ७. एक वस्तु के कपर दूसरी वस्तु इस प्रकार फैलाना जिममें