पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर भाग 10.djvu/२०८

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सहनाई ५०२८ सहयोग वह सब तुम्हे सहना पडेगा। ३ वोझ बरदाश्त करना। भार सहभावी-सका १० [सं० सहभाविन् ] १ वह जो नहायता करता हो। वहन करना। जैसे,-~भना यह लकडी इतना बोझ कहां महायक । मददगार । २ महोदर । ३ वह जो माथ रहता हा। से सहेगी। सखा । महचर। सयो० क्रि०-जाना ।--लेना। सहभू-वि० [स०] एक माय उत्पन्न । महज । सहनाई-सहा स्त्री० [फा० शहनाई] दे० 'शहनाई' । उ०—सुर नर सहभूत-वि० [सं०] जो गाय हो । माद । युक्त को०] । नारि सुमगल गाई । सरस राग वाजहिं सहनाई।-मानस, सहभोज -पशा पुं० [म० मह माजन] किमान वर्ग के लोगों का एक ११३०२। साथ बैठकर भोजन करना । मामृहित मोज जिममे विभिन गति सहनायन--सहा वी० [फा० शहनाई + हिं० प्रायन (प्रत्य॰)] और मप्रदाय के लोग एक माय ममिति हो। शहनाई बजानेवाली स्त्री। उ०-नटनी डोमिन ढारिन, सह- सहभोजन-मशा ५० [सं०] "फ माय बैठकर भोजन करना। मित्रो के नायन परकार । निरतत नाद विनोद सो, बिहमत खेलत वार । माथ गाना। -जायसी (शब्द०)। सहभोजी-सपा ५० [म० महमोजिन् । बे जो एक माय बैठकर खाते सहनिर्वाप--सशा पु० [स०] वह दान तर्पण आदि जो साथ साथ किया हो । माय मोजन करनेवाले। जाय [को०)। सहनिवास--सज्ञा पुं० [सं०] साथ निवास करना । एक साथ रहना। सहम-मशा पुं० [फा०] १ दर | भय । गौफ । सहनीय--वि० [स०] सहन करने के योग्य । जो असह्य न हो। जो मुहा०-सहम चढ़ ग% 3र होना । मन होना । २ मकोच । निहाज । मलाजा। सहा जा सके । मह्य । यौर-महमनामगोपना । नयानर । डगरना। सहनृत्य--सहा पु० [स०] दे० 'सहनर्तन' । सहपथा--सज्ञा पुं॰ [स० सहपन्या] वह जो माथ साथ यात्रा करे । सह- सहमत-वि०म०J जिसका मन नगरे के माय मिनना हो। एक मत यात्री को का । जमे,-मै इस विषय में प्रापसे नहमत हैं कि वह वडा भारी भूठा है। सहपति-मज्ञा पुं० [स०] ब्रह्मा का एक नाम । सहमना'-क्रि० अ० [फा० महम + हिं० ना (प्रत्य०)] भय खाना । सहपत्नीक-वि० [स०] सपत्नीक । सस्त्रीक । भयभीत होना। शशित रोना। ग्ना। उ०-महमी ममा सहपथो--सचा पु० [सं० महपथिन्] यात्रा में साथ देनेवाला व्यक्ति । मफल जनकमए विमल गम लचि कौशिक अमीम ग्राज्ञा दई हमराही । सहयात्री को०)। है। -तुलमी (नन्द०)। सहपाशुकिल-सज्ञा पुं० [स०] लँगोटिया मिन्न । वचपन का साथी सयो क्रि०--जाना ।--पडना । सहमना-वि० [म० महम नम्] नतुरता या बुद्धिमत्तापूर्ण (को॰] । सहपाशुक्रोडो-सञ्ज्ञा पुं० [म० सहपाशुफोडिन्] साथ साथ धूल मिट्टी सहमरण--मपा पुं० [म०] -बी या पति के साथ मरने का व्यापार । में खेलनेवाला बचपन का साथी किो०] । सती होने को मिया । दे० 'महगमन'। सहपाठो-सञ्ज्ञा पुं० [स० सहपाठिन्] वह जो साथ मे पढा हो। वह जिसने साथ मे विद्या का अध्यनन किया हो । सहाध्यायी। सहमातृक-वि० [सं०] जो नाता मै माथ हो। माता सहित (को०) । सहमान--सज्ञा पुं० [म०] १ईश्वर का एक नाम। २ वह जो मान सहपान, सहपानक-सज्ञा पुं॰ [स०] साथ साथ पासव आदि पोने या गव युक्त हो । मानी । अभिमानी व्यक्ति । सहमाना--क्रि० स० [हि. महमना का नफ० किमी को सहमने में सहपिंड-सज्ञा पुं० [म० सहपिण्ड] सपिंड नाम की क्रिया। विशेष दे० 'सपिंडी'। प्रवृत्त करना या घबडाहट में डाल देना। भयभीत करना। सहपिंडक्रिया--सज्ञा स्त्री॰ [स० सहपिण्डक्रिया] साथ साथ पिंडदानाको०)। सयो क्रि-देना। सहप्रयायी-मचा पुं० [स० सहप्रयायिन्] साथ साथ यात्रा करने- सहमृता-सश सी० [सं०] वह स्त्री जो अपने मृत पनि के शव के वाला । सहयात्री (को०)। साथ ज न मरे । सहमरण करने वाली स्त्री। नती। सहप्रस्थायी-सज्ञा पुं॰ [सं० महप्रस्थायिन्] सहयात्री को०] । सहयायी-सहा पुं० [सं० सहयायिन् ] दे० 'सहपथा,' सहयात्रीगो । सहवाला-सञ्ज्ञा पु० [फा० शहवाला, शाहवाला) दे० 'शहबाला' । सहयोग-सझा पुं० [सं०] १ एक साथ मिलकर काम करने का भाव । सहभार्य-वि० [स०] सपत्नीक । सभार्य । सस्त्रीक को०] । मयोगी होने का भाव । २ माथ । सग ।३ मदद । सहायता। सहभाव-सज्ञा पु० [स०] १ साथीपन । मित्रता। सख्यता । २ सह ४ अाधुनिक भारतीय राजनीतिक क्षेत्र में सरकार के साथ जोवन या युगपत् स्थिति की भावना। सह अस्तित्व की मिलकर काम करने, उसको काउसिलो आदि मे समिलित भावना (को०। होने और उसके पद प्रादि ग्रहण करने का सिद्धात । (को०] । किया। उराना। 1