पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर भाग 11.djvu/१६२

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हवा ५४७४ हवा । ३ उमग । हौसला (को०) । ४ झूठी कामना । झूठी या दिखा- वटी प्रासक्ति (को०) । ५ साहम । वहादुरो। दिलेरी (को०) । क्रि० प्र०—करना ।--होना। यौ०--हवसदार = आकाक्षायुक्त । आकाक्षी। इच्छुक। हवस- परस्त = अत्यत लोभी या लालची। मुहा०-हवस निकलना= इच्छा पूरी होना । हौसला पूरा होना । हवस निकालना = इच्छा पूरी करना । हौसला पूरा करना । हवस पकाना = व्यर्थ कामना करना। केवल मन मे ही किसी कामनापूर्ति का अनुमान किया करना । मनमोदक खाना । हवस पूरी करना = इच्छा पूरी करना । हवस पूरी होना = इच्छा पूर्ण होना। हवस बुझना या बुतना = हौसला खत्म होना । ६ बुद्धिविकार । खन्त । ७ तृष्णा । जैसे-बुड्ढे हुए पर हवस न गई। हवा-सज्ञा स्त्री० [अ०] १ वह सूक्ष्म प्रवाह रूप पदार्थ जो भूमडल को चारो ओर से घेरे हुए है और जो प्राणियो के जीवन के लिये सब से अधिक आवश्यक है। वायु । पवन । विशेष-दे० 'वायु' । क्रि० प्र०-याना ।--चलना ।--बहना । यौ०-हवाखोरी। हवाचक्की । हवागाडी = मोटर गाडी। मुहा०--हवा उडना = खवर फैलना । बात फैलना या प्रसिद्ध होना । हवा उडाना = (१) अधोवायु छोडना। पादना। (२) किंवदती उडाना। अफवाह फैलाना। हवा करना=पखे से हवा का झोका लाना। पखा हांकना। हवा के रुख जाना : जिस ओर को हवा बहती हो उसी ओर जाना । हवा के मुह पर जाना = दे० 'हवा के रुख जाना'। (लश.) । हवा के घोडे पर सवार होना = बहुत उतावली मे होना । बहुत जल्दी मे होना। उ०--यह नादिरी हुक्म | तुम हवा के घोडो पर सवार हो, कुछ ठिकाना है क्या हुक्म दिया कि फौरन जगा दो |--फिसाना०, भा० ३, पृ० ३६२ । हवा गिरना = हवा थमना । तेज हवा का चलना बद होना। हवा खाना = (१) शुद्ध वायु के लिये बाहर निकलना। बाहर घूमना । टहलना। उ०-अच्छा, उनको यहाँ ला सकती हो या कहो तो हवा खाते हुए हम ही चले चले ।--सैर०, पृ० १८ । (२) प्रयोजन सिद्धि तक न पहुँचना । बिना सफलता प्राप्त किए यो ही रह जाना। अकृतकार्य होना । जैसे,-वक्त पर तो आए नही, अव जामो हवा खायो । हवा गांठ मे बांधना = असभव बात के लिए प्रयत्न करना । अनहोनी बात के पीछे हैरान होना। हवा चलना = समय की धारा का प्रवाहित होना। समय का आना। उ०-अजी किवला, अब तो हवा ही ऐसी चली है कि जवान तो जवान बुडढो तक को वुडभस लगा है।—फिसाना०, भा० १, पृ०६ । हवा फांककर रहना या हवा पीकर रहना = विना आहार के रहना । ( व्यग्य ) । जैसे,--कुछ खाने को नही पाते तो क्या हवा पीकर रहते हो ? हवा पकडना=पाल मे हवा भरना लश०) । हवा बताना %3D किसी वस्तु से वचित रखना । टाल देना। इधर उधर की बात कहकर हटा देना । जैसे,—वह अपना काम निकाल कर तुम्हें हवा बता देगा। हवा बांधकर जाना =3 हवा की चाल से उलटा जाना । जिम पोर मे हवा पाती हो, उस मोर जाना (विशेपन नाव के लिये) । हवा बांधना = (१) लवी चौडी बातें कहना। शेखी हाँकना । बढ बढकर वोलना। (२) निा जड की बात कहना । गप हांकना । झूठी बातें जोडकर कहना। हवा पलटना, फिरना या बदलना = (१) दूसरी ओर की हवा चलने लगना । (२) दशातर होना । दूसरी स्थिति वा अवस्था होना। हालत बदलना । हवाबदली = म्यानपरिवर्तन । जलवायु परिवर्तन । उ०-हवाबदली के इरादे से आज ही यहाँ पाया हूं 1- जिप्सी, पृ० १। हवा मर जाना = खुशी या घमड से फूल जाना । हवा विगडना = (१)सक्रामक रोग फैलना । ववा या मरी फैलना । (२) रीति या चाल विगडना। बुरे विचार फैलना। दिमाग मे हवा भर जाना = मिर फिरना । उन्माद होना । बुद्धि ठीक न रहना । हवा देना = (१) मुंह से हवा छोडकर दहकाना । फूंकना आग के लिये) । (२) बाहर हवा रखना। ऐसे स्थान मे लाना जहां खूब हवा लगे । जैसे-इन कपडो को कभी कभी हवा दे दिया करो। (३) झगडे का बढाना । झगडा उकसाना । हवा ना= विल्कुल महीन या हलका । हवा लगते गल जाना - जरा सी बात मे इधर का उधर हो जाना । रच मान बाधा से डांवाडोल हो जाना । लेश मात्र प्रतिकूल प्रभाव से नष्ट हो जाना । उ०-हम नही हैं फूल जो वे दे ममल । है न प्रोले जो हवा लगते गले । --चुभते०, पृ० १६ । हवा से लडना = किसी से अकारण लडना । हवा से बातें करना%(१) बहुत तेज दौडना या चलना । (२) प्राप ही अाप या व्यर्थ बहुत बोलना । हवा लगना = (१) हवा का झोका बदन पर पडना । वायु का स्पर्श होना। (२) वात रोग से ग्रस्त होना । (३) उन्माद होना। सिर फिर जाना । बुद्धि ठीक न रहना । (४) आसेब, प्रेत आदि का आवेश होना। प्रेताविष्ट होना। (५) किसी के प्रभाव मे पाना । (किसी की) हवा लगना = किसी की सगत का प्रभाव पड़ना। सुबत का असर होना । किसी के दोपो का किसी मे पाना । जैसे,—तुम्हें भी उसी की हवा लगी। हवा हो जाना = (१) झटपट चल देना। भाग जाना । (२) बहुत तेज दौडना या चलना । जैमे,-चावुक पडते ही वह घोडा हवा हो जाता है। (३) न रह जाना। एक बारगी गायव हो जाना । अभाव हो जाना । जैसे,—बहुत आशा लगाए थे, पर सारी बातें हवा हो गईं। उ०--गुजारे के लिये मोटी रकम पेंशन मे मिलनेवाली है वह भी हवा हो जायगी।- किन्नर०, पृ० २४ । हवा होना = दे० 'हवा हो जाना' । उ०- यह कहकर शहसवार हवा हुआ ।—फिसाना०, भा० ३, पृ० ६०। कही की हवा खाना = कही जाना। (किसी को) कही की हवा खिलाना = कही भेजना। जैसे,--तुम्हें जेलखाने की हवा खिलावेगे। २ भूत । प्रेत । (जिनका शरीर वायव्य माना जाता अच्छा नाम । प्रभाव । प्रसिद्धि । ग्याति । ४, व्यापारियो या