पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर भाग 6.djvu/४७८

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प्रमाथी' ३१८७ प्रमीत प्रमाथी-सञ्ज्ञा पुं॰ [ मं०] १. रामायण के अनुसार एक राक्षस का नंद गोप वृषभानु जसोदा सवहि गोप कुल जानो। करी का नाम । यह खर का साथी था। २ एक यूथपति वदर जो उपाय बची जी चाहो मेरो बचन प्रमानो। सूर (शब्द॰) । रामचद्र जी की सेना मे था। ३. वृहत्सहिता के अनुसार (ख) बोले बचन तबहि अकुलानो । सुनहु राम मन वचन वृहस्पति के ऐद्र नामक तीसरे युग का दूसरा सवत्सर । यह प्रमानो।-पद्माकर (शब्द०)।२ प्रमाणित करना । साबित निकृष्ट माना गया है। ४ वह औषध जो मुख, माख, कान करना। सबूत देना । उ०—यहि अनुमान प्रमानियत तिय आदि छिद्रो से कफादि के संचय को हटा दे। ५ धृतराष्ट्र तन जोवन जोति । ज्यो मेहंदी के पात में अलख ललाई के एक पुत्र का नाम । होति । -पद्माकर (शब्द॰) । ३. स्थिर करना । ठहराना। प्रमाद-सञ्ज्ञा पुं॰ [सं०] १ किसी कारण से कुछ को कुछ जानना निश्चित करना । करार देना। उ०-(क) जोगीश्वर वपु धरि हरि प्रगटे जोग समाधि प्रमान्यो।-सूर (शब्द०)। मौर कुछ का कुछ करना। वह अनवधानता जो किसी कारण से हो। भूल । चूक । भ्रम | भ्रांति । २ अ त करण (ख) जासु सुना नृपतिहि छलि लीनी। यह अनीति जाके की दुर्वलता। ३ योगशास्त्रानुसार समाधि के साधनो की संग कीनी। जाने तदपि बुरो नहिं मान्यो। ब्याह तुम्हारो भावना न करना । या उन्हे ठीक न समझना। यह नौ शुद्ध प्रमानो।– लक्ष्मण (शब्द०)। प्रकार के अतरायो में चौथा है। इससे साधक को प्रमानी-वि० [सं० प्रमाणिक ] मानने योग्य । प्रमाण योग्य । चित्तविक्षेप होता है। ४ लापरवाही। भयकर भूल (को॰) । माननीय । उ०-गुरु बोले शिष की सुनि वानी। शकर को ५ मद । नशा । उन्माद (को०) । ६. विपत्ति । सक्ट (को॰) । मत परम प्रमानी । -निश्चल (शब्द०)। प्रमावान् - वि० [ स० प्रमादवत् ] १ नशे मे चूर । मदोन्मत्त । प्रमापक'-वि० [सं०] प्रमाणित करनेवाला । २. पागल । विक्षिप्त । ३ लापरवाह । असावधान [को०] । प्रमापक-सज्ञा पु० दे० 'प्रमाण' (को॰] । प्रमादिक-त्रि [ स०] प्रमादशील । भूलचूक करनेवाला । प्रमापण-सञ्ज्ञा [ सं०] मारण । नाश । प्रमादिका- सञ्ज्ञा स्त्री॰ [ स०] १. वह कम्या जिसे किसी ने दूषित प्रमापयिता-वि० [ स० प्रमापयित ] [ वि० स्त्री० प्रमापयित्री ] १. कर दिया हो । २. असावधान या लापरवाह महिला (को०)। घातक । नाशकारक । २. अनिष्टकारक । हानि पहुंचाने वाला । प्रमादित-वि० [सं०] जिसका उपहास हुआ हो। हेय । तिरस्कृत । प्रमापित-वि० [सं०] ध्वस्त । नष्ट । हत [को०] । उपेक्षित [को०] । प्रमापी-वि॰ [ स०] मारने या ध्वस्त करनेवाला [को॰] । प्रमादिनी-सशा स्त्री० [सं०] हिंहोल राग की एक सचहरी प्रमायु-वि० [सं० ] नाशशील । क्षर । ध्वंसशील का नाम । प्रमायुक-वि० [स०] दे० 'प्रमायु'। प्रमादी-वि० [स० प्रमादिन] [वि॰ स्त्री० प्रमादिनी] १. प्रमादयुक्त । प्रमार्जक-वि० [सं०] १ पोछने वाला । साफ करनेवाला । २. असावधान रहनेवाला । भूलचूक करनेवाला । २ मत्त । हटानेवाला । दूर करनेवाला । क्षीव । मतवाला (को०) । ३ पागल । विक्षिप्त (को॰) । प्रमार्जन-सञ्ज्ञा पुं॰ [ स०] १ घोना। साफ करना । २ पोछना । प्रमादी-सज्ञा पुं० १. बृहस्पति के शक्राग्निदेवत नामक दशम युग झाटना । ३ हटाना । दूर करना । निवृत्त करना । का दूसरा सवत्सर । इसमे लोग पालसी रहते हैं, कातियाँ प्रमित-वि० [सं०] १. परिमित । २. निश्चित । ३ अल्प । थोड़ा । होती हैं और लाल फूल के पेडों के बीज नष्ट हो जाते हैं । २. ४ जिसका यथार्थ ज्ञान हुमा हो। प्रमाणों द्वारा जिसको वह जो पागल या मावला हो। प्रमा नामक ज्ञान प्राप्त हुमा हो। ५ ज्ञात । विदित । प्रमादोन्मत्त - वि० [सं० प्रमाद + उन्मत्त ] प्रमाद या मनवधानता। अवगत । ६ अवधारित । प्रमाणित । उ०-हमारे भाई मूर्खताघ और प्रमादोन्मत्त अचेत हो । प्रमिताक्षरा-सज्ञा स्त्री० [म० ] एक द्वादशाक्षर वर्णवृत्त जिसके -प्रेमघन॰, भा०२, पृ० ६६ । प्रत्येक चरण में सगण, जगण, पौर प्रत मे दो सगण होते प्रमान--सचा पुं॰ [ स० प्रमाण ] १ इयत्ता। सीमा । प्रमाण । हैं। उ०-हरषाय जाय सिय पाय परी। ऋपिनारि संघि उ.-(क) अपनी गाठि को द्रव्य भेंट की जाकों जैसी सक्ति सिर गोद धरी । बहु अग राग अंग अग रये । बहु भांति हती सो ता प्रमान काढत भए ।-दो सौ बावन०, भा १, ताहि उपदेश दये । -केशव (शब्द०)। पृ० २२५ । २ सबूत । उ०—प्रगटत है पूरव की करनी, प्रमिति-सञ्ज्ञा स्त्री॰ [ सं० ] वह यथार्थ ज्ञान जो प्रमाण द्वारा तजु मन सोच प्रजान । सूरदास गुन कहें लग वरनौ, विधि प्राप्त हो । प्रमा। के प्रक प्रमान |-सतवाणी०, भा॰ २, पृ० ६७ । प्रमीढ़-वि० [स० प्रमोद ] १ गाढ़ा। घना। २ मूत्र होकर विशेष—इस शब्द के अन्य अर्थ और उदाहरण 'प्रमाण' में प्रमोत-वि० [ म०] १ मृत । मरा हुआ। २ यज्ञ के लिये मारा प्रमानना-क्रि० स० [स० प्रमाण+हिं० ना (प्रत्य०)१ हुमा (पशु)। ३. नष्ट | विलीन । उ०-अपनी जर्जर प्रमाण मानना । सत्य मानना । ठीक समझना। उ०-(क) -वीणा के उलझे से तारो का संगीत । निकला हुमा । देखिए।