पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर भाग 8.djvu/३२२

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। स० योग्य ४०१ योनि मुनामिव । ठीक । जैसे,—यह बात उनके योग्य ही है। ५ योजित-वि० [म०] १ जिसकी योजना की गई हो । २ जोडा हुया । जोतने लायक । ६ जोटने लायक । ७ दर्शनीय । सु दर | ८. ३ नियम से बद्ध किया हुआ । नियमित । ४ रचा हुआ। आदरणीय । माननीय । बनाया हुप्रा । रचित । घटित । योग्य २-सज्ञा पु० १. पुष्य नक्षत्र । २. ऋद्धि नामक प्रोपधि । ३ रथ । योज्य'- वि० [म०] १ जोडन के लायक । मिलाने के योग्य । २. शकट । गाडी। ४ चदन । व्यवहार करने के योग्य । योग्यता-सज्ञा स्त्री० [सं०] १. क्षमता। लायकी। २ वडाई। ३. योज्य-सज्ञा पु० वे सस्याएं जो जोडी जाती हैं। जोडी जानेवाली बुद्धिमानी । लियाकत । विद्वत्ता । ४ सामर्थ्य । ५. अनुकूलता । सख्याएँ । ( गणित )। मुनासिवत । मुताविकत । ६ प्रौकात । ७ गुण । ८. इज्जत । योत्र-सशा ० [स०] वह बधन जो जुए को वैल की गरदन मे जोडता ६. उपयुक्तता । १०. स्वाभाविक चुनाव । ११ तात्पर्यवोध के है। जोत । लिये वाक्य के तीन गुणो मे से एक । शब्दो के अर्थसवध की योद्धव्य-वि० [सं०] जिमसे युद्ध करना हो या जिसके माध युट क्यिा सगति या सभवनीयता । जैसे,—'वह पानी मे जल गया' इस जा सके। वाक्य मे यद्यपि अर्थसवध है, पर वह अर्थ सभव नही, इसने योद्धा-सञ्ज्ञा पुं० [स० योद्ध] वह जो युद्ध करता हो । भट । लडाका । यह वाक्य योग्यता के प्रभाव से ठोक वाक्य न हुआ। सिपाही। योग्यत्व - सञ्चा पुं० [स०] १ योग्य होने का भाव । योग्यता । २. योध-सज्ञा पुं० [स०] योद्धा । सिपाही । वीर । लायक या काावल होने का भाव । प्रवीणता । योधक-सज्ञा पुं० [सं०] योद्धा । मिपाही। योग्या-सशा सी० [स०] १ कोई काम करने का अभ्याम । मश्क । योधन-सबा पुं० [सं०] १ युद्ध की सामग्री । लडाई का सामान २. सुश्रुत के अनुसार शस्त्रक्रिया या चीरफाड करने का जैसे, अस्त्र शस्त्र आदि । २ युद्ध । रण । लडाई । अभ्यास । ३. जवान स्त्री । युवती । योधा -सक्षा पुं० [ म० योवू ) दे० 'योद्धा' । योजक'-वि० [सं०] मिलानेवाला । जोडनेवाला। योधिवन-सञ्चा पु० [ स० ] एक प्राचीन जगल का नाम । योजक-सज्ञा पुं॰ पृथ्वी का वह पतला भाग जो दो बडे विभागी को मिलाता हो । भूडमरूमध्य । योधी-सज्ञा ० [सं० योचिन् ] योद्धा । वीर । योजन-सज्ञा पुं० [सं०] १ परमात्मा । २ योग । ३ एक मे मिलाने योधेय-सज्ञा पुं० [ ] योद्धा । सिपाही । की क्रिया या भाव । सयोग । मिलान । मेल । योग । ४. दूरी योध्य-वि० [०] जिसके साथ युद्ध किया जा सके। युद्ध करने के को एक नाप जो किसो के मत से दो कोस की, किमी के मत से चार कास की और किसी के मत से आठ कोस को योनल -सञ्ज्ञा पुं॰ [सं० यवनाल । ज्वार | मक्का या जोन्हरी । होती है। (यहा एक कोस से अभिप्राय ४,००० हाथ से है। योनि-सरा मो. [ स०] १ आकर । सानि । २. वह जिसमें कोई नियो के अनुसार एक याजन १०,००० कोस का होता है। वस्तु उत्पन्न हा । उत्सादक कारण । ३ उत्सात्त स्थान । जहा योजनगधा-सचा स्त्री० [सं० याजनगन्धा] १ कस्तूरो। २ सीता । से कोई वस्तु पैदा हो । उद्गम । ४ जल । पानी । ५ कुशद्वीप ३ व्यास को माता और शातनु की भार्या सत्यवती का नाम । की एक नदा का नाम । ६ सिया की जननेंद्रिय । भग । ७ विशप दे० 'व्यास'। प्राणियों के विभाग, जातियां या वर्ग। योजनगधिका-सज्ञा स्त्री॰ [स० योजनगन्धिका] दे० 'योजनगधा' । विशप-पुराणानुसार इनकी सख्या चौरासी लाख है। कुछ लोगो योजनपर्णी-ससा खी० [स०] मजीठ । के मत से अडज, स्वेदज, उद्भिज, और जरायुज मव इक्कीम लाख है, और कही कही इनकी मरया इस प्रकार लिसी ह- योजन वल्ली-सहा सी० [स०] मजीठ । जलजतु योजना-सञ्चा स्त्री० [स०] १ किसी काम मे लगाने की क्रिया या स्थावर वाग लास भाव । नियुक्त करने की क्रिया । नियुक्ति । २ प्रयोग । व्यव- कृतम ग्यारह लाख हार । इस्तमाल । ३. जोड। मिलान । मेल। मिलाप । ४ दन लाख वनावट । रचना । ५ घटना । ६ स्थिति । स्थिरता। ७ पशु व्यवस्था । आयोजन । जैसे,—उन्होंने इसकी सब योजना कर मनुष्य चार लाख दी है। किसी बड़े काम को करने का विचार या प्रायोजन । भावा कार्यों के सबध मे व्यवस्थित विचार । स्कीन । जैस,- कुल चौरामी लास म्युनिसिपालटी की नगरसुधार की योजना सरकार ने स्वाहत यह भी कहा गया है कि जीव को अपने कमों का फल भोगने के काला। लिये इन राव यानियों में भ्रमण करना पडता है। मनुष्य योनि योजनीय-वि० [सं०] १ जो मिलाने अयया योजना करने के योग्य इन नवमे पं और दुलभ मानी गई है । हो। २. जिसे मिलाना या जोडना हो। ८ देह । शरीर । ६ गर्भ । १०, जन्म । उत्सनि । ११. गर्भाशय । योजन्य-वि० [सं०] योजन संवधी । योजन का । १२. मत करण। योग्य। नौ लाख पक्षी तीन लास