पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर भाग 8.djvu/५५४

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लेना । ग्र० 1 लेन ४३१३ पूला जिसे हल के नीचे के भाग मै इसलिये बांध देते हैं जिसमे चौडी कूड बने । ३ चारा । घास । पुयाल आदि । लेन-सशा पुं० [हिं० लेना] १ लेने की क्रिया या भाव । यौ०-लेन देन २ वह रकम जो किसी के यहां बाकी हो या मिलनेवाली हो। लहना । पावना। लेना-सचा स्त्री० ] गली । कूचा । जैसे,—प्यारीचरण सरकार लेन, कलकत्ता। लेनदार-सझा पुं० [हिं० लेन + फा० दार (प्रत्य॰)] जिसका कुछ वाकी हो। जिसका ऋण चुकाना हो । महाजन । लहनेदार । लेनदेन-सज्ञा पुं० [हिं० लेना+ देना] १ लेने और देने का व्यवहार । मादान प्रदान । २ रुपया ऋण देने और करण लेने का व्यवहार जो किसी के साथ किया जाय । जैसे, हमारा उसका लेनदेन नहीं है । ३. रुपए लेने देने का व्यवसाय । महाजनी । जैसे,- उसके यहाँ रुपए का लेनदेन होता है । मुहा०—लेनदेन न होना = व्यवहार न होना । सरोकार न होना । सबध या प्रयोजन न हाना । उ०-हमे क्छु लेन न देन है ऐ बीर तुम्हारे । —सूर (शब्द॰) । लेनहार-वि० [हिं० लेना + हार (प्रत्य॰) । लेनेवाला । लेनदार । लहनेदार । लेना-क्रि० स० [ स० लभन, हि० लहना ] १ दूसरे के हाथ से अपने हाथ मे करना । ग्रहण करना । प्राप्त करना । लाभ करना । जैसे,-उसने रुपया दिया, तो मैंने ले लिया। सयो क्रि०-लेना। २ ग्रहण करना । थामना । पकडना । जैसे,—छडी अपने हाथ मे ले लो और किताब मुझे दे दो। मुहा०-ऊपर लेना = सिर या कधे पर रखना । ३ मोल लेना । क्रय करना। खरीदना । जैसे,—बाजार मे तुम्हे क्या क्या लेना है ? मुहा०-ले देना = दूसरे को मोल लेकर देना । खरीद देना। ४ अपने अधिकार मे करना । कब्जे में लाना। जीतना । जैसे,- उसने सिंध के किनारे का देश ले लिया। ५ उधार लेना । कर्ज लेना । ऋण ग्रहण करना । जैसे,-१०००) महाजन से लिए, तर काम चला। ६. कार्य सिद्ध करना या समाप्त करना । काम पूरा करना । जैसे,-प्राधे से अधिक काम हो गया है, प्रय ले लिया। ७. जीतना । जैसे,-बाजी लेना । ८. भागते हुए को पकड़ना । धरना । जैसे-लेना, जाने न पावे । ६ गोद में यामना । जैसे,—जरा बच्चे को ले लो। १० किसी पाते हुए मादमी से आगे जाकर मिलना। अगवानी करना। अन्यधना करना । जैसे- शहर के सब रईस स्टेशन पर उन्ह लेन गए हैं। उ०-भरत भाइ भागे भै लीन्हे । -तुलसी (शब्द०)। ११. प्राप्त होना । पहुचना । जैस,-घर लना मुश्किल हो गया है। १२. किसी काय का भार ग्रहण करना। किसी काम को पूरा करने का वादा फरना । जिम लेना । जमे, म काम वो किया है, तब पूरा करके ही छाई गा। मुहा०-ऊपर लेना=जिम्मे लेना | भार ग्रहण करना । जै-इस काम को मैं अपने ऊपर लेता हूँ। १३ सेवन करना । पीना । जैसे-कभी कभी वे थोडी मी भांगले लेते हैं। १४ धारण करना। स्वीकार करना। अगीकार करना। जैसे,-योग लेना, सन्याम लेना, बाना लेना । १५ फाटार अलग करना । काटना । जैसे,—(क) नासून लेना, यात लना (स) धीरे से ऊपर का हिस्सा ले लो, अदर छुरी न लगने पाये । १६ किमी को उपहास द्वारा लजित करना। ईपीठट्टा करके या व्यग्य बालकर शरमिंदा करना । जैसे,-माज उनको खूर लिया। मुहा०-पाडे हाथो लेना = गूढ व्यग्य द्वारा लज्जित करना। छिपा हुमा आक्षेप करके लज्जित करना। १७ पुरुप या स्त्री के साथ मभोग करना। १८ संचय करना । एकत्र करना । जैसे,-मैं गुरु के लिय फूल लेन गया था । मुहा०-ले ग्राना = लेकर पाना । लाना । ले उडना = (१) लेकर भाग जाना । (२) किसी बात को लेकर उमपर बहुत गुट कर चलना। किसी बात का मकेत पाते ही वितटावाद मटा करना । जैसे—तुमने तो जहाँ कोई बात सुनी, बम से उडे । लेने के देने पडना = = (१) लेने के स्थान पर उलटे देना पटना । भले के लिये कुछ करते हुए बुरा होना । ( किसी मामले मे ) लाभ के बदले हानि होना । (२) बहुत कठिन समय पाना । जान पर मा बनना। जैमे,-देखते देखते बच्चे के लेने के देने पड गए । ले चलना = (१) लेकर चलना। थामकर या पर उठाकर चलना । (२) चलते समय किमी का माय करना । साथ साथ गमन करना या पहुंचाना । जैस–मेले में उन्हें भी ले चलो। ले जाना = लेकर जाना । पाग में रराफर प्रस्थान करना। जैस-क) यह किताब ले जामो, प्रय काम नहीं है। (ख) यह पत्र उनके पास ले जामो। ले डालना = (१) खराब करना । चौपट करना । नष्ट करना । करना। हराना । (३) मिमी फाम को निवटा देना। पूरा करना । समाप्त करना । नेपना= अपने माथ दूसरे का भी सराव करना । ले दे फरना = (१) हुज्जत करना । तकरार करना । (२) वा प्रपन्न करना। वटी कोशिश करना। जैसे-वडा न ६ की, नय जाकर काम पूरा हुआ। ले दकर = (१) लेना देना मय जाटकर । पर्व या देना प्रादि घटा फर। जस-जय ले कर १००) वचत है । (२) नव निलाकर । जा जाकर । जम- ले दका पतन हा रुपए ता होत ह । (३) बटी मुशासन स । कठिनता स । लेना दना - (१) दिन मोर दन का परार। (२) रुपया उघार दा मोर लेन का व्यवसाय । ननादना होना = मत व या प्रयाउन होना । मरोवर नास.- मुझे विमी स पुछ लेना देना है जा परया पर । नाएर न देना दो-दुध मतलब नहीं। बुध प्रपोजन नहा। गुप सराकार (२) पराजित