पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर (भाग 2).pdf/१४९

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ऋतुपति ऋणमौक्षित ऋतधामा-सज्ञा पु० विष्णु की०] । ऋणमोक्षित--संज्ञा पु०[सं०] स्मृति मे लिखे हुए १५ प्रकार के दामो ऋतध्वज-सज्ञा पुं० [सं०] शिव का एक नाम [को०] । में से एक। वह जो अपना ऋण चुकाने में असमर्थ होकर ऋतपर्ण-संज्ञा पुं० [म०] दे॰ 'ऋतुपर्ण' । अपने महाजन का अथवा उस महाजन को रुपया चुकानेवाले ऋतपेय---मज्ञा पुं० [सं०] १ एक एकाह यज्ञ जो छोटे छोटे पापो के का दाच हो गया हो । | नाश के लिये किया जाता है। ऋणलेख्य पत्र–सुज्ञा पुं॰ [सं०] लेन देन के व्यवहार का बह पत्र जो ऋतवादी-वि० [सं० ऋज्ञवादिन् ]सत्यवादी। सच बोलनेवाला (को०)। साक्षियो के सामने लिखा गया हो। दम्तावेज । ऋतप–वि० [स०] ऋतु सवधी । मौसमी (को०] । ऋणविद्यतु-संज्ञा पुं० [सं० ऋण + विद्युत् विकर्षण करनेवाली पु० [सं० ऋण+विद्युत् विकर्षण करनेवानी ऋतव्रत-- वि० [सं०] सत्य का व्रत लेनेवाला । सत्यवादी [को॰] । बिजली । वन विद्युत् का विलोम । ऋतिक र-वि० [सं० ऋतिङ्कर १ कप्टद । २. भाग्यहीन (को०)। ऋणशुद्धि--संज्ञा स्त्री० [सं०] ऋणु का साफ होना। कर्ज का । * अदा होना। ऋति-सज्ञा स्त्री० [सं०] १ गति । २ पद्ध। २ निदा । ४ ऋणशोचे---सुज्ञा पुं० [स० ऋण +शोध] ऋण चुकाना ! कर्ज अदा मागं । ५. मंगल । कल्याण । ६ स्मृति । याददाश्त (को॰) । ७ दुर्भग्य । अभाग्य (को०)। ६ कष्ट । दु.ख (को०)। ६. | करना । उ०—-मानव की शीतल छाया में ऋणशोध करूग निज कृति का --कामायनी, पृ० ७६ ।। अाक्रमण [को॰] । १० सत्य । सच्चाई (को०)। ऋणशोधन-सुज्ञा पु० [सं०] दे॰ 'ऋण शोध' । ऋति- सज्ञा पु० [सं०] १ नरमेध यज्ञ में पूज्य एक देव । २. ऋणसमुद्धार-सज्ञा पुं॰ [सं०] कर्ज की वसूली (को॰] । आक्रामक शत्रु या सेना [को॰] । ऋणांतक--संज्ञा पुं॰ [सं० ऋणान्तक] मंगल ग्रह (को०)। ऋतीया-सज्ञा स्त्री॰ [सं०] १ घृण । २. लज्जा । ३ निंदा [को०)। ऋणात्मक-वि० [सं०] ऋणरूप। 'नेगेटिव' का अनुवाद । बघा । वादावनुषा ऋतु--संज्ञा पुं० [सं०] १. प्राकृतिक अवस्था के अनुसार वर्ष के दो 'विद्युत् का विशेषण (को०] । दो महीनों के छह विभाग 1 मौसम । उ० - सिगरी ऋतु ऋणदान–सज्ञा यु० [सं०] दिया हुआ कर्ज वापस मिलना [को॰] । शोभित शुभ्र जही --राम च०, पृ० ८० । ऋणानपाकरण-संज्ञा पु० [सं०]कर्ज चुकाना । ऋण या उधार चुकता विशेष--ऋतुएँ छह हैं—(क) वसत (चैत और वैसाख), (ख) करना [को०] । ग्रीष्म (जेठ और अपाढ), (ग) वर्ष (सावन और भादो), ऋणापनयन–सुज्ञा पुं० [सं०] दे॰ 'ऋणापकरण' को०] । (घ) शरद (ववार और कातिक), (च) हेमत (अगहन ऋणापनोदन--सज्ञा पुं० [सं०] ऋण का चुकता हो जाना 1 कर्ज की और पूस), (छ) शिशिर (माघ र फागुन) । अदायगी [को०] । २ रजोदर्शन के उपरात वह काले जिसमें स्त्रियाँ गर्भधारण ऋणार्ण-सज्ञा पुं० [सं०] वह ऋण जो दुसरा ऋण चुकाने के लिये। के योग्य होती हैं । ३. उपयुक्त समय या काल (को०)। ४. लिया जाय । समुचित या सुनिश्चित व्यवस्था (को०) । ५ विष्णु (को०)। ऋणिक--वि० [स०] ऋणी । कर्जदार ।। ६ मास । महीना (को०)। ७ दीप्ति । प्रकाश (को०) । ६ छह ऋणिया--वि० [सं० ऋणिन्] ऋणी । की संख्या (को॰) । ऋणी--वि० [सं० ऋणिन्] १. जिसने ऋण लिया हो। कर्ज दार । देनदार । अघमणं । २. उपकृत । उपकार माननेवाला। ऋतुकर - संज्ञा पुं० [सं०] शिव का एक नाम । अनुगृहीत । जिसे किसी उपकार का बदला देना हो । जैसे- ऋतुकाल-सज्ञा पुं० [सं०] रजोदर्शन के उपरांत के १५ दिन जिसमे स्त्रियाँ गर्भधारण के योग्य रहती हैं। इनमें से प्रथम चार इस विपत्ति से उद्धार कीजिए, हम आपके चिर ऋणी रहेगे । दिन तथा ग्यारवीं और तेरहवाँ दिन गमन के लिये निपिद्ध है। ऋणोद्ग्रहण---सज्ञा पुं० [सं०] किसी भी प्रकार से कर्ज को चुकता यौ० - ऋतुकालाभिगमी = दे० 'ऋतुगामी' । | कर लेना [को०]] ऋतंभर--वि०, संज्ञा पुं० [स० ऋतम्भर]सत्य को धारण तथा पालन ऋतुगमन----सज्ञा पुं० [सं०] [वि० ऋतुगामी] ऋतुकाल में स्त्री के करनेवाला । परमेश्वर को०] । पास जाना । ऋतुमती स्त्री के साथ सभोग करना । ऋतभरा-संज्ञा स्त्री० [सं० ऋतम्भरा] सदा एक समान रहनेवाली ऋतुगामी--वि० [सं० ऋतुगामिन्] ऋतुकाल में स्त्री के पास जानेबुद्धि (को०) ।। | वाला [को॰) । ऋत-सज्ञा पुं० [सं०] १ उछवृत्ति । २ मोक्ष । ३ जल । ४ ऋतुचर्या--सज्ञा स्त्री० [सं०] ऋतुप्रो के अनुसार अहिार विहार को कर्म का फल । ५. यज्ञ । सत्य ! ७ ईश्वरीय नियम । ८. व्यवस्था । व्रह्म । ६ एक अादित्य । १० सूर्य । ११. प्रिय भापण । ऋतु दान--सज्ञा स्त्री॰ [स०] ऋतुमती स्नी के साथ सूतान की इच्छ। अनुकूल कथन (को॰) । | से स भोग ! गर्भाधान । ऋतु-वि० १ दीप्त। २. पूजित । ३. सच्चा । ४ उचित । योग्य ! ऋतुनाथ–संज्ञा पु० [सं०] ऋतुओं का स्वामी । वपत ऋतु । उ०— ५ अनुकूल। मानहू रति ऋतुनाथ सहित मुनि वेप बनाए है मैन ।—तुलसी | ग्रं॰, पृ० ३३५।। ऋतधामा'-वि० [सं० ऋतधामन्] सत्य में वास करनेवाला 1 सत्य ऋतुपति--संज्ञा पुं० [सं०] दे॰ 'ऋतुनाथ' । उ॰—जेनु रतिपति तथा पवित्र आचरणबाचा (को०] । |