पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर (भाग 2).pdf/१७०

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एवरु, एर्वारुक ६८४ एर्वारु, एर्वारुक-सज्ञा पुं० [सं०] एक प्रकार की ककडी (को०)। एलार्म वेल-सज्ञा पुं० [अ०]वह घटा जो विपद् या खतरे की सूचना एल-सज्ञा पुं० [अ०] कपड़े की एक नाप जो ४५ इच की होती देने के लिये बजाया जाता है। विपद् सूचक घटा । खतरे का घटा ।। है। इससे अधिकतर विलायती रेशमी कपड़े और मखमल एलिखे---सज्ञा झी० [स० एलीका] एल । इलायची । उ०—इत लवंग अदि नापे जाते हैं। एलक- सज्ञा पुं० [सं०] दे॰ 'एडक' (को०] ।। नव रग एलि इत झोलि रही रस। ईत कुरुबक केवरा केतकी गंध वधु वस !-—नद० प्र २, पृ॰ ६३ । एलक–सच्चा १० [स० एलक = भेद्ध या भेड के चमड को बना हुआ] । एलिमवार+-वि० [फा० इल्मवार) ज्ञानवाला । ज्ञानी । उ०--- १ चलनी जिसमे अटा चालते हैं । २ मैदा चालने का अखा। " एलकेशी- सच्चा स्त्री॰ [स० एला+केश] एक तरह का बैगन जो दरिया जो कहूँ दल एलिमवार है पार कहा सब सुन्न सुनायो। । —से० दरिया, पृ० ६५। वगाल मे होता है। एलीका–सज्ञा स्त्री० [सं०] छोटी इलायची (को०] । एलकोहल-सज्ञा पुं० [अ०] एक प्रसिद्ध मादक तरल पदार्थ जो कोई । एलुक- सज्ञा पुं० [सं०] १ एक सुगधित द्रव्य । २ ओपधि में प्रयुक्त चीजो का खमीर उठाकर बनाया जाता है । फूल शराब । । एक पौधा या द्रव्य [को०१ ।। विशेष—इसका कोई रंग नहीं होता। इसमे स्पिरिट की सी महक आती है। यह पानी में भली भाँति घुल जाता है और एलुला, एलुवा–सज्ञा पुं० [अ० या अ० एलो] कुछ विशेष प्रकार से स्वाद में बहुत तीक्ष्ण होता है । इसमे गोद, तेल तथा इसी | सुखाया अौर जमाया हुमा घोकुवाँर का दूध या रस । मुसब्बर।। प्रकार के और अनेक पदार्थ बहुत सहज मे घुल जाते हैं, एलेक्टर-संज्ञा पुं० [अ०] दे॰ 'निर्वाचक' ।। इसलिये रग आदि वनाने तथा औपधि में इसका बहुत अधिक एलेक्टरेट--सज्ञा पुं० [अ० दे० 'निर्वाचक संघ' । व्यवहार होता है । शव इसी से बनती है । जिस शराब में एलेक्टेड-वि० [अ०] दे० 'निर्वाचित । इमकी मात्रा जितनी ही अधिक होती है, वह शराच उतनी ही एलेक्ट्रिक संज्ञा स्त्री० [अ०] विद्यत । विजली । तेज होती है। एलेक्शन-सज्ञा पुं० [अ०] दे॰ 'निर्वाचन' । एलची-संज्ञा पुं० [तु०] वह जो एक राज्य का संदेशा लेकर दूसरे एल्क—संज्ञा पुं० [अ०] एक प्रकार का बहुत बड। बारहसिंगा जो राज्य में जाता है। दूत । राजदूत । उ०---लखि हजरत यूरोप और एशिया में मिलना है। फरमाँन उलटि एलची पठाए।–० रासो० पृ०, ५६ । विशेष—यह घोडे से ऊंचा होता है। इसे थूथन होता है । एलचीगरो--- सज्ञा पुं॰ [फा०] दौत्य । दूतक में । इसकी गरदन इतनी छोटी होती है कि यह जमीन पर की घास एलवालु, एलवालुक-सज्ञा पुं० [सं०] १ कपित्थ की सुगधित छाल। आराम से नहीं चर सकता। इससे यह पेड़ की पत्तियों और २ एक दानेदार पदार्थ [को०] । डालियाँ खाता है । इसकी टीमें चलते समय छितरा जाती एलविलु-सज्ञा १० [सं०] कुवेर । हैं। यह न हिरने की तरह दौड़ सकता और न कूद सकती एला'- संज्ञा पुं० [सं०, मल० एलम्]ि १ इलायची तथा उसका है । इसकी घ्राणशक्ति वहुत तीव्र होती है। पेड़ २ शुद्ध राग का एक भेद । ३ वनरीठा । ४ आमोद एल्डरमैन--संज्ञा पुं० [अ०] म्यूनिसिपल कारपोरेशन का सदस्य प्रमोद । विलास । क्रीडा । जिसका दर्जा मेयर या प्रधान के या डिप्टी मेयर के वाद और एला-सुज्ञा १० [देश॰] एक प्रकार की कैंटीली लता जिसकी साधारण कौन्सिलर या सदस्य से ऊँचा होता है जैसे,कलकत्ता पत्तियों की चटनी बनाई जाती है। वि० दे० 'रसौलू' । कारपोरेशन के एल्डरमैन । एलो गघिका–संज्ञा स्त्री० [स० एलगिन्धिका कैथ या कपित्थ की विशेष—इगलैड आदि देशो में एल्डरमैन को म्युनिसिपलिटी छाल (को॰] । सदस्य होने के सिवा स्थानिक पुलिस मैजिस्ट्रेट के भी एलान-सज्ञा पुं॰ [स०] नारगी [को०] । अधिकार प्राप्त होते हैं। सन् १७२६ ई० में ववई, मद्रास और एलान- सजा पु० [अ०] मुनादी । घोपणा । सार्वजनिक घोपणा कलकत्ता आदि मे जो मेयर कोई स्थापित किए गए थे, उनमें | या सूचना ।। भी एल्डरमैन थे । 'एलपर्णी---संज्ञा स्त्री० [सं०] एक पौधा । रास्ना। (वै] । एल्युमिनम-सज्ञा १० [अ० एलुमीनियम] एक प्रकार की बहते हुल्की एलार्म--संज्ञा पुं० [अ०] विपद् या खतरे का सूचक शब्द या सुकेत । सफेद धातु जिससे बर्तन, कल पुर्जे आदि धनते हैं । यौ॰—एलर्मिघड़ी = वडी घडी जो नियत समय पर टन टन | अलुमीनियम । अलमोनियम ।। | का शब्द करके सूचित करती है। एलार्म चेन। एलार्म वेल एल्वालु, एल्वालुक—संज्ञा पुं० [म०] दे० 'एलवालु' (को०] । | एलार्म सिगनल ।। एव'- क्रि० वि० [सुं० एवम् ऐसा ही । इसी प्रकार । एलार्मचेन-सज्ञा स्त्री० [अ०] बहु जजीर जो रेलगाड़ियों के अंदर यौ॰—एवगुण = ऐसे गुणवाला । एवविध = इस प्रकार का । लगी रहती है और किसी प्रकार की विपद् की प्रशिका होने इस रूप या ढग का । ऐसा । उ०—एवविध तुम, जीवन कु कुम, पर जिसे खीचने से ट्रेन खड़ी कर दी जाती है । खतरे की चढ़ी देह पर दुम हो ।--पाराधना, पृ॰ ६० । एवभूत= ज़जीर । विपसूचक शु खला। इस प्रकार का । एवमस्तु = ऐसा ही हो । उ9-एवमस्तु