पृष्ठ:हिंदी शब्दानुशासन.pdf/६२५

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पूर्वी पाञ्चाली और पश्चिमी अवधी में स्पष्ट सीमा-रेखा खींचना सरल काम नहीं है। परन्तु अवधी और भोजपुरी में स्पष्ट अन्तर है। | गोस्वामी तुलसी दास ने “मानस' का अधिकांश ‘भोजपुरी के केन्द्र ( काशी ) में रह कर ही लिखा था; परन्तु उन्हों ने भोजपुरी के प्रयोग्र “मानस' में नहीं दिए । भोजपुरी में क्रिया का उच्चारण भिन्न प्रकार का है और विभक्तियों में भी अन्तर है । तुलसी के मानस' ने यह सब ग्रहण नहीं किया है। सच बात तो यह है कि गोस्वामी जी ने अपनी बोली में *मानस की रचना की है । बाँदा जिला पाञ्चाली के क्षेत्र में श्राता है, जिस के एक गाउँ ( राजापुर ) में उन का जन्म हुआ था। ‘चित्रकूट' ( गोस्वामी ज्ञी का प्रिय तीर्थ-स्थान ) भी बाँदा जिले में ही हैं । यहाँ झी (पाञ्चाली) बोल के पड़ोस में बुंदेलखंड बोली है । परन्तु बुंदेलखंडी पर ब्रजभाषा ( या ग्वालियरी बोली ) का अधिक प्रभाब है; पाञ्चाली का कम । गोस्वामी जी ने बुंदेलखंडी बोली का कोई-कोई शब्द कविता में लिया है; पर अवधी फाव्य ‘भानस' में नहीं, अपने ब्रजभाषा-काव्य में । बुंदेखखंड में सौतेली मा को ‘भतेई' कहते हैं। बहुत बढ़िया शब्द है। हिन्दी की किसी भी दूसरी बोली में यह शब्द नहीं है । “सौतेली' में तो सौ तेली' दिखाई देते हैं, अब कि एक ही ‘तेली' को सामने से निकल जाने पर सनातनी लोग असगुन मानते हैं ! मतेई' मधुर शब्द है । इसे तुलसी ने अपनी ब्रजभाषा-कवित में ग्रहण किया है-'जानी न मतेई हैं । इसी तरह भोजपुरी बोली का भी कोई-कोई ‘राउर आदि शब्द गोस्वामी जी ने लिया है। ‘सहरी' था इरिथ एक तरह की मछली भोजपुरी ( देहाती क्षेत्रों ) में प्रसिद्ध हैं, जिसे संस्कृत में ‘शफरी' कहते हैं । गोस्वामी ने केवट के मुहँ से “सद्दरी' कहलाया है---‘पात भरि सहरी’---‘पत्तले भर सहरी मछलियाँ' । ( विद्वद्वर बाबू रामचन्द्र वर्मा भोजपुरी के क्षेत्र ( फाशी ) में ही रहते हैं; पर गोस्वामी जी के द्वारा प्रयुक्त सहरी' शब्द का अर्थ करने में गड़बड़ा गए हैं । सहरी' का अर्थ 'नाव' कर दिया है । गोस्वामी जी का जनसम्पर्क व्यापक था, जान पड़ता है !) परन्तु गोस्वामी जी ने अपनी कविता में भोजपुरी की विभक्ति या प्रत्यय नहीं दिए हैं। भोजपुरी में कई प्रत्यथ बहुत ही अच्छे हैं; जैसे कि कृदन्त ल' प्रत्यय | राजस्थानी में ‘ट्र' है, अपनी संज्ञा-विभक्ति के साथ भोजपुरी में 'ल' है । 'ल' और 'दृ' मिलते-जुलते शब्द हैं। भोजपुरी में