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अध्याय १२
विविध

इस अध्याय में कुछ ऐसे साधारण कवियों के नाम हैं, जिनकी तिथियाँ में स्थिर नहीं कर सका हूँ।

१. तुलसी (संख्या १५३) के कवि माला में उद्धृत, अतः १६२५ ई० के पहले उपस्थित कवि :—

७४१. संख कवि
७४२. साहब कवि
७४३. सिद्ध कवि
७४४. सुबुद्धि कवि
७४५. स्त्रीकर कवि
७४६. स्त्रीहठ कवि

२. कालीदास त्रिवेदी (सं० १५९) के हजारा में उद्धृत, अत: १७१८ ई० के पहले उपस्थित कवि :—
७४७. जसवंत कवि (२)

टि०—'इन जसवंत को सरोज में' सं० १७६२ में उ० कहा गया है। हजारे में उद्धत जसवंत संभवतः प्रसिद्ध जोधपुर नरेश महाराज जसवंत सिंह (शासनकाल सं० १६९५-१७३५) हैं। सरोज का संवत् अशुद्ध है।


७४८. तीखी कवि—यदि मैं शिव सिंह को ठीक ठीक समझ रहा हूँ, तो इनकी कविताएँ हजारा में हैं।
७४९. तेही कवि—यदि मैं शिव सिंह को ठीक ठीक समझ रहा हूँ, तो इनकी कविताएँ हजारा में हैं।

टि०—तीखी (सर्वेक्षण ३२८) और तेही (सर्वेक्षण ३२९) इन दोनों कवियों के विवरण में केवल 'ऐजन' लिखा गया है, जो प्रसाद से लिख उठा है और जिसका कुछ भी अर्थ नहीं हो सकता। ग्रियर्सन ने शिव सिंह को ठीक ठीक नहीं समझा है। इन दोनों कवियों को कविता के हजारा में होने का उल्लेख शिव सिंह ने नहीं किया है। साथ ही इन कवियों का अस्तित्व भी नहीं सिद्ध होता।