पृष्ठ:हिंदी साहित्य का प्रथम इतिहास.pdf/३३०

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
(३११)


७९६. हनुमान कवि—बनारस के कवि और बंदीजन।

टि॰—हनुमान बनारसी का जन्म सं॰ १८९८ में हुआ और मृत्यु सं॰ १९३६ वि॰ में। सरोज में इन्हें 'वि॰' (विद्यमान) कहा गया है, फिर भी न जाने कैसे इन्हें इस अज्ञातकालीन प्रकरण में ठेल दिया गया है।

९. महेशदत्त (संख्या ६९६) के काव्य संग्रह में उद्धृत, अतः १८७५ ई॰ के पूर्व उपस्थित कविः—
७९७. क्रिपाराम—नरायनपुर जिला गोंडा के ब्राह्मण।

इन्होंने दोहा चौपाइयों में, सरल भाषा में, संपूर्ण भागवत पुराण का अनुवाद किया था। मिलाइए सं॰ ३२८।

टि॰—भागवत पुराण का यह भाषानुवाद सं॰ १८१५ में हुआ।

—सर्वेक्षण ११३


७९८. नवलदास—गुरगाँव, जिला बाराबंकी के क्षत्रिय। यह ज्ञानसरोवर नामक काव्य के रचयिता हैं। शिव सिंह द्वारा इनकी तिथि सं॰ १३१६ (१२५९ ई॰) दी गई है, जो निश्चय ही अशुद्ध है।

टि॰—शिव सिंह सरोज (सर्वेक्षण ४४०) में इनकी तिथि सं॰ १३१९ दी गई है। भाषा काव्य संग्रह में यह तिथि १९१३ है। पर इनका वास्तविक रचनाकाल सं॰ १८१७-३८ है। ज्ञानसरोवर की रचना सं॰ १८१८ में हुई थी।

१०. उन विभिन्न कवियों की सूची जिनको मैंने अनेक अन्य सूत्रों, मुख्यतया शिव सिंह सरोज से संकलित किया है और जिनकी तिथियाँ मैं नहीं निश्चित कर सका हूँ—
७९९. अमर जी कवि—राजपूताना के। शिव सिंह के अनुसार इनका उल्लेख टाड ने अपने राजस्थान में किया है, पर मैं खोज निकालने में असमर्थ रहा।
८००. कल्यान सिङ्घ भट्ट
८०१. कालीचरन वाजपेयी

टि॰—सरोज (सर्वेक्षण १२०) में इन्हें 'वि॰' लिखा गया है, फिर भी इन्हें अज्ञात कालीन प्रकरण में ढकेल दिया गया है।
८०२. काली दीन कवि—इन्होंने दुर्गा की प्रशंसा में कविताएँ अनूदित की।
८०३. कुंज गोपी—जयपुर के गौड़ ब्राह्मण। शृंगारी कवि।