पृष्ठ:हिंदू राज्यतंत्र.djvu/१२८

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( ६७ ) Guild या पंचायत किया गया है। यदि वार्ता (शिल्प और कृषि) का संबंध, जैसा कि अनुवाद में बतलायागया है, इसी श्रेणी शब्द के साथ हो, तो उसे शस्त्र शब्द के पहले नहीं बल्कि वाद में आना चाहिए, क्योंकि उस वर्ग में श्रेणी शब्द सब के अंत में और क्षत्रिय शब्द के बाद आया है । वराहमिहर ने भी शस्त्रवार्ताः पद का प्रयोग किया है (मल्लान् मत्स्यकुरून छकानपि काम्बोजोडू-किरात-शस्त्रवार्ताः)। यहाँ यही माना जायगा कि ये दोनों ही गुण उन सभी जातियों या समाजो के साथ संबंध रखते हैं और सभी के लिये प्रयुक्त हुए हैं। इसके अतिरिक्त देखो ऊपर ६ ३२ और ३३. हि-७