पृष्ठ:हिंदू राज्यतंत्र.djvu/२३६

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चौदहवाँ प्रकरण महाभारत के अनुसार प्रजातंत्रों की मुख्य मुख्य बातें ६ १२२. शांतिपर्व के १०७ वें अध्याय में बतलाया है कि गणों की मुख्य मुख्य बातें अथवा गुण क्या हैं। उस विवेचन में कुछ ऐसी बातें भी हैं जिनसे यह सूचित होता है कि वे मुख्य मुख्य बातें अथवा गुण बहुत कुछ प्राचीन या प्रारंभिक काल से संबंध रखते हैं। गणों के विजित होने की बात तो दूर रही, उसमें कहीं इस बात का भी उल्लेख नहीं पाया जाता कि गणों ने कभी एकराजों की अधीनता भी स्वीकृत की थी। अतः महाभारत के उक्त अध्याय में जो कुछ कहा गया है, वह साम्राज्यों के उदय या आरंभ से और पहले के समय के विषय मे है। ६१२३. यह विवेचन बहुत अधिक महत्व का है, इसलिये यहाँ हम ज्यों का त्यों कुल मूल उद्धृत कर देते हैं और साथ ही उसका अनुवाद भी दे देते हैं। पहले जो अनुवाद या दीकाएँ हुई थीं, वे बहुत ज्यादा गड़बड़ थीं; और उनके गड़बड़ होने का कारण यह है कि उन टीकाओं के टीकाकारों के

  • .महाभारत का एशियाटिक सोसायटी श्राफ बंगालवाला संस्करण,

शांतिपर्व, अध्याय १०७.