पृष्ठ:हिंदू राज्यतंत्र.djvu/२५९

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सत्रहवाँ प्रकरण मौर्यों के अधीनस्थ प्रजातंत्र ६१२६. मौर्यों के साम्राज्य के अंतर्गत ही प्रजातंत्रवाले प्रदेश भी थे। यूनानी लेखकों का कथन है कि चंद्रगुप्त ने सेल्यूकस से अरकोशिया ( Arachosia) और प्रजातनों के प्रति एरिया (Aria) जीता था। अशोक मौर्य साम्राज्य की नीति अपने शिलालेखों में कहता है कि एंटि- योकस मेरा पड़ोसी था। एंटियोकस का अधिकार सीरिया और फारस पर था। इस प्रकार उत्तर-पश्चिम में मौर्य साम्राज्य का विस्तार फारस तक था। दक्षिण में वह तामिल प्रदेश तक विस्तृत था। आखिर इस विशाल एकराज शासन- व्यवस्था की अधीनता में रहनेवाले प्रजातंत्रों की क्या दशा होती होगी? इस बात को समझने से पहले हमें यह देख लेना चाहिए कि प्रजातंत्रों के प्रति मौर्यों की क्या नीति थी । कौटिल्य ने उस नीति का बहुत अच्छा वर्णन किया है।

- विन्सेंट स्मिथ कृत Early History of India, तृतीय

संस्करण, पृ० १४९-१५१ में उद्धत त वाक्यों को देखो। दूसरा शिलाभिलेख. 1. यह वात मिस्कीवाले प्रज्ञापन के स्थान से प्रमाणित होती है।