(२४२) सिकंदर के साथियों ने पहले उन्हें भारतीय ही समझा था। जैसा कि मैसिडोनिया के लेखकों ने लिखा है, नीसावाले कहते थे कि हम मूलतः यूनानी हैं। वे अपने यूनानी देवताओं, यूनानी पुराणों तथा परंपरा आदि से परिचित थे । 8 १३६. उनके राज्य का संघटन कुल-राज्य के ढंग पर था और उनका प्रमुख या प्रधान अकौभि कहलाता था। इस शब्द का कुभा के साथ कुछ संबंध जान पड़ता है, जो काबुल नदी का वैदिक नाम है। इसका अर्थ होता है-कुभा के लोगों (अकौमि) का शासक । अकौभियों ने अपनी मूल जाति के संबंध में जो कुछ कहा था, उस पर सिकंदर के साथियों को विश्वास हो गया था; और उन लोगों ने दस दिनों तक उनके साथ रहकर अपने हेलेनिक ढंग पर खुब दावतें उड़ाई थीं और जशन किए थे। यदि अकौमि लोग मूलतः यूनानी न होते, तो वे यूनानी पौराणिक विषयों से अपनी उतनी अधिक अभिज्ञता कदापि न प्रकट कर सकते, जितनी उन्होंने प्रकट की थी। और न वे मैसिडोनियावालों को इस बात का विश्वास ही करा सकते थे कि हम भी तुम्हारे भाई-बंद हैं। ६ १४०. मनु तथा महाभारत में यवनों, कंबोजों, अंधों तथा पुलिंदों का जो उल्लेख है, उससे प्रकट होता है कि उनके प्रजा-
- एरियन खंड ५. प्रक० १. एरियन कृत Indika खंड १. जिसमें
एरियन ने बिना किसी प्रकार के संदेह के उन्हें यूनानी या भारतीय यूनानी माना है।