पृष्ठ:हिंदू राज्यतंत्र.djvu/६१

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चौथा प्रकरण हिंदू प्रजातंत्रों का प्रारंभ और प्रजातंत्र संबंधी हिंदू पारिभाषिक शब्द ६१८. पिछले पैराग्राफ में हम कह आए हैं कि वैदिक युग के परवर्ती काल में लोगों की प्रवृत्ति अपने अपने वर्ग का स्वतंत्र शासन करने की ओर हो चली थी। प्रजातंत्र वैदिक युग हमारे इस कथन का दूसरा प्रमाण हिंदू के परवर्ती हैं प्रजातंत्र है। वैदिक युग के प्रारंभ मे केवल राजाओं के द्वारा ही शासन हुआ करता था। परंतु वैदिक युग के उपरांत यह साधारण राज्य-व्यवस्था छोड़ दी गई थी और, जैसा कि मेगास्थनीज ने भी परंपरा से चली आई हुई दंत-कथाओं के आधार पर लिखा है, राजा के द्वारा शालन करने की प्रथा तोड़ दी गई थी और भिन्न भिन्न स्थानों में प्रजातंत्र शासन की स्थापना हो गई थी । आगे चलकर हिदू राजकीय शासन के प्रकरण मे बतलावेंगे, महाभारत का भी यही मत है कि वैदिक युग मे केवल राजा

  • Epitome of Megasthenes, Diod II 38; Mc

Crindle, Megasthenes, pp 38, 40. +देखो दसर्वां प्रकरण । जैसा कि हम